गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भाजपा का चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने से राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को कितना होगा, इसका तो पता नहीं, मगर इतना जरूर है कि इससे फिलहाल तनिक हाशिये पर चल रहे पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर काफी मजबूत होंगे।
ज्ञातव्य है कि राजस्थान में कोई अहम जिम्मेदारी न होने के कारण उन्हें गुजरात उपचुनाव में एक बार फिर प्रभारी बना कर भेजा गया था। बताया जाता है कि मोदी उनकी कार्यप्रणाली से बेहद खुश हैं और उनकी ही सिफारिश पर उन्हें वहां फिर से लगाया गया। वहां पार्टी को मिली सफलता का श्रेय माथुर को भी दिया जाने लगा है। इस कारण जैसे ही वे जयपुर लौटे तो बड़ी संख्या में पार्टी नेता व कार्यकर्ता उनका स्वागत करने पहुंचे। वे समझते थे कि अब माथुर मोदी के और करीबी हो गए हैं। कहने की जरूरत नहीं है कि नई जिम्मेदारी मिलने के बाद मोदी की राजस्थान में टिकट वितरण में भी कुछ भूमिका तो होगी ही। ऐसे में उनके करीबी माथुर की भी थोड़ी चवन्नी चल सकती है। यही सोच कर टिकट के कई दावेदारों ने उनका देवरा ढोकना शुरू कर दिया है। जहां तक अजमेर का सवाल है सुरेन्द्र सिंह शेखावत भी कुछ मजबूत होंगे, जो कि जाहिर तौर पर माथुर के करीबी माने जाते हैं। बताते हैं कि पिछली बार भी प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहते हुए माथुर ने शेखावत की खूब पैरवी की थी।
1 thought on “मोदी के करीबी माथुर की भी अहमियत बढ़ी”
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Rajasthan chunaav me modi, mathur se Koi Fark Nahi Padne Valaa H Sirf Vasundhara Raaje Ki Aandhi Chalegi. Me Aapko Batate Hue Example Deta Hu Ki Jalore Jile Ke Sanchore Me Pichle chunav Me Mathur ne jivaram Ka Tickit Katvaakar Milapchand Ko Dilvaya Or vanha Modi Ki Sabhaa Bhi Karvaayi Lekin Vanha Milap Har Hi Nahi Balki Buri har Hui Or Party 3ve Sthan Par Chali Gai Or Usi Vasundhara Samarthak Jivaram Ni Nirdaliya Jeet Hasil Ki. Isliye Me Samjhataa Hu Ki Rajasthan Ke Chunaan Ke Tickit Me Modi Ko Hastkshep Nahi Karanaa Chihiye. Yehi Vo Esa Karate H To Vasundhara Se Pangaa Lenaa Modi Ko Mahangaa Pad Sakta H ?