-पीयूष राठी- केकड़ी। सोमवार को केकड़ी से केदारनाथ की यात्रा पर गये 39 में से 12 यात्री जब वापस सकुशल घर लौटे तो उनके हाव भाव देख कर यूं लगा मानों वे मौत के आगोश से वापस लौटे हों। सभी की इस हालत को देख कर ऐसा लग रहा था जैसे वे अब भी होश में ना हो…आखिर ऐसा हो भी क्यूं ना,क्यों कि जिसने अपनी मौत को इतने करीब से देखा हो उसकी हालत क्या होगी यह महसूस किया जा सकता हैं।
केकड़ी से 39 यात्रियों का जत्था केदारनाथ धाम की यात्रा पर अपने परिवाजनों से यह कह कर निकला था कि वे भगवान के दर्शन कर जल्द ही अपने घर लौट आयेगें। मगर कुदरत को कुछ और ही मंजूर था जिसके चलते ही उसने ऐसा कहर बरपाया जिसका ख्याल भी जहन में आते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। एक ऐसा मंजर जिसमें ना जाने कितने मासूम लोग फंस गये जिनका अब तक भी कोई सुराग नहीं लग पाया हैं ना ही उनकी कोई खेर खबर मिल पाई हैं। जो लोग उस भयावह मंजर को अपनी आंखो से देखकर लौटे हैं वे अब भी उस सदमें से नहीं उभर पाये हैं, जिसने उनके जीवन में एक ऐसी तबाही की दास्तां दर्ज कर दी,जो वे कभी भुला नहीं पायेगें।
केकड़ी से केदारनाथ गये 39 यात्रियों में से पशुपतिनाथ व्यास व उनकी पत्नि सुशीला व्यास भी उसी यात्रा में शामिल थे जिस पर भगवान ने आसमान से आफत बरसाई थी। ये दोनों आज ही सकुशल केकड़ी पहुंचे और पिछले 8 दिनों तक कैसे उन्होने अपनी जिन्दगी की जंग लड़ी उसे बयां किया। सुशीला व्यास जब अपनी आपबीती बता रही थी तो फिर से वह भयावह मंजर उनके जहन में आ गया और वे अपने आंसूओं को ना रोक सकी। उन्होने बताया कि वे जब वे गौरीकुण्ड पर थे तभी अलखनंदा के पानी के बहाव में तेजी आ गई और होटल वालों ने होटल खाली करवा दिया। फिर दो दिन उन्होने पास ही उंचाई पर स्थित एक स्कूल में गुजारे जहां ना उन्हे पानी मिला ना ही किसी और प्रकार की सुविधा। उनहोने यह भी बताया कि 5 दिनों तक ना उन्होने कुछ खाया ना ही कुछ पिया जिससे उनकी हालत काफी बिगड़ गई थी और एकबारिगी तो उन्हे लगा कि वे अब बस मौत के आगौश में समाने वाले हैं। व्यास ने उत्तराखण्ड सरकार पर किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं कराने की बात भी बताई साथ ही नरेन्द्र मोदी की वजह से ही कई जाने बचने की बात भी कही।
इन्ही के साथ केकड़ी की ही सुशीला पंचोली भी आज केकड़ी पहुंची और कुदरत के कहर की पूरी दास्तां हमें बताई। उन्होने बताया कि वे उस तबाही के खौफनाक मंजर को देख कर काफी सहम गई थी और अब भी वह दृश्य याद आते ही उनका दिल सहम जाता हैं और घबराने लगता हैं। सुशीला ने बताया कि सरकार द्वारा अनाउंस्मेंट होने के बाद भी वहां के दुकानदारों ने अपनी दुकाने नहीं खोली और वहां पर ताले लगा कर भाग छूटे जिससे उन्हे 5 दिनों तक भूखे प्यासे ही रहना पड़ा। जैसे तैसे उन्होने 5 दिन एक स्कूल में बिताये उसके बाद कहीं जाकर भगवान ने उसकी सुनी और जीवनदान के रूप में इंडियन आर्मी के जवान वहां पहुंचे और उन्हे वहां से निकाला और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। सुशीला के साथ ही उनका बेटा कुलदीप भी केदारनाथ की यात्रा पर गया था मगर उसका अब भी कोई पता नहीं लग पाया हैं। सुशीला ने बताया कि थकान के कारण वह तो गौरीकुण्ड पर ही रूक गई थी परन्तु उनका बेटा कुलदीप केदारनाथ के लिये आगे बढ़ गया जिसका अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया हैं।
बहरहाल 39 में से 12 यात्री तो सकुशल केकड़ी लौट आये हैं मगर अब भी 27 यात्रियों की कोई खेर खबर नहीं मिल पाई हैं जिससे उनके परिवारजनों में चिंता का पहाड़ टूट रहा हैं। सभी के परिवारजन यात्रियों की सुरक्षा के लिये दुआऐं कर रहे हैं तथा सकुशल घर लोटने की कामना कर रहे हैं।
ये पहुंचे घर – केदारनाथ की यात्रा पर गये मोहन तेली,पार्वती तेली,पुष्पा तेली,सीता तेली,कैलाश तेली,बबलू खटीक,लालीदेवी खटीक,सुशीला पंचोली,पशुपतिनाथ व्यास,सुशीला व्यास,दशरथ व महावीर प्रसाद सकुशल घर पहुंच गये हैं।
ये अब भी हैं लापता:– यात्रा पर गये रामगोपाल वैष्णव,मोहनलाल कुमावत,छोटीदेवी कुमावत,भागचन्द टेलर,महेन्द्र कुमार प्रजापत,नंदकिशोर वैष्णव,सजनी देवी चौधरी,शादरा देवी,रामकन्या चौधरी,गुलाब देवी,कमला देवी,स्पायर देवी,प्रेमचन्द तेली,गीता देवी तेली,शिवजीराम बागला,चन्द्रकला बागला,पोलूराम,रमा देवी,बन्नालाल जाट,फुंवर देवी,कान्हा जाट,हगामा जाट,रामरतनी जाट,कुलदीप पंचोली,नर्मदा देवी जाट,जगदीश प्रसाद,कृष्णा देवी अब भी लापता हैं।
भाजपा ने एकत्रित की सहायता राशि
उत्तराखण्ड में मची पानी की तबाही से पिडि़त लोगों को राहत पहुंचाने के मकसद से सोमवार को भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा शहर में झोली फैला कर आमजन से सहायता राशि एकत्रित की गई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने बताया कि पार्टी के प्रदेश मुख्यालय के निर्देशानुसार शहर में सोमवार से सहायता राशि एकत्रित करने का कार्यक्रम शुरू किया गया हैं जिसमें प्रथम दिन 30 हजार 100 रूपये एकत्रित हुए हैं। इस सहायता राशि को उत्तराखण्ड भिजवाया जायेगा जिससे वहां आई बाढ़ से पिडि़त हुए लोगों की सहायता मिल सकेगी। इस अवसर पर भाजपा शहर मण्डल अध्यक्ष रामनिवास तेली,महामंत्री अनिल राठी,किसान मोर्चा के किशनलाल डसाणिया,मण्डल उपाध्यक्ष रामकिशन गूर्जर,जगदीश कानावत,सत्यनारायण माली,पूर्व मण्डल अध्यक्ष बलराज मेहरचंदानी,राजेन्द्र विनायका,नगरपालिका अध्यक्ष रतन लाल नायक,युवा मोर्चा शहर अध्यक्ष सत्यनारायण चौधरी,देहात अध्यक्ष मनोज कुमावत,जिला देहात उपाध्यक्ष रिंकू कंवर,महेश बोयत,मण्डल मंत्री रामपाल चौहान,पार्षद महेश नायक,भैरू साहू,सुरेश सैन, व्यापार प्रकोष्ट के आरके न्याति,कपिल विजय,दुर्गालाल लोहार सहित अनेकों कार्यकर्तागण उपस्थित थे।
पालिकाध्यक्ष सहित पार्षदों ने दिया धरना
हिन्दू रक्षा समिति केकड़ी के बैनर तले शहर के घण्टाघर के पास चल रहे अनिश्चितकालीन धरने में मंगलवार को नगरपालिका अध्यक्ष रतन लाल नायक के नेतृत्व में नगर पालिका के अनेकों पार्षदों ने धरना दिया। इन पार्षदों में कमला देवी,यशोदा देवी चौधरी,सत्यप्रकाश वैष्णव,गीता देवी सैन,रामदेव धोबी,महेश नायक,शिवराज चौधरी,नन्दकिशोर जेतवाल,सायरी देवी,मंजू फतेहपुरिया शामिल थे। साथ ही नसीराबाद के विहिप उपाध्यक्ष ओमप्रकाश कच्छावा,मंत्री मिश्रीलाल जिन्दल,हिन्दू रक्षा समिति अध्यक्ष बद्री लाल माली,बजरंग दल जिला संयोजक राकेश शर्मा,विहिप के रामस्वरूप माहेश्वरी,रामनारायण दाधीच,हेमराज आचार्य ने भी धरना दिया।
वहीं मंगलवार को ही विहिप के जिलाध्यक्ष विपुल चर्तुवेदी,बजरंग दल जिला सह संयोजक सोनू धाबाई भी धरना स्थल पर पहुंचे। इन्होने कहा कि हिन्दू समाज व संगठनों के कार्यकर्ताओं को राजनितीक दबाव में आकर अधिशाषी अधिकारी ने मुकदमें दर्ज करवाये हैं जो सरासर गलत हैं। हिन्दू रक्षा समिति अध्यक्ष बद्री लाल माली ने बताया कि 26 जून बुधवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच के कार्यकर्ता धरने पर बैठेगें।