खराब मौसम की वजह से केदारनाथ नहीं जा पाया पुजारियों का दल

29_06_2013-kedarnath29केदारनाथ। खराब मौसम के कारण बदरी-केदार मंदिर समिति का दल फिलहाल केदारनाथ रवाना नहीं हो पाया। मंदिर की सफाई के लिए दल जा रहा है। मौसम साफ होने पर ही रवाना होगा। मौसम के कारण हेलीकाप्टर से बदरीनाथ में बचाव अभियान शुरू नहीं हो पाया। कुछ यात्रियों को पैदल निकाला जा रहा है। प्रशासन का दावा आज सभी यात्री निकाल लिए जाएंगे। हर्षिल से स्थानीय लोग भी निकाले गए, उत्तरकाशी में अब राहत कायरें पर फोकस है।

केदारनाथ मंदिर में पूजा कराने के लिए शनिवार को 22 सदस्यीय पुजारियों का एक दल मंदिर जाने वाला था। इससे पहले मंदिर की साफ सफाई का काम पूरा किया जाएगा, जिसमें फिलहाल मौसम खराब होने के चलते बाधा आ रही है। केदारनाथ में फिलहाल बारिश हो रही है, जिस वजह से यहां पर शवों को हटाने के काम में दिक्कत आ रही है। पुजारियों का दल यहां पर पूजा से पहले मंदिर के शुद्धिकरण की प्रक्रिया पूरी करेगा।

गत दिवस विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में केदारनाथ पूजा को लेकर बद्री-केदार मंदिर समिति की बैठक हुई थी। बैठक में लिए गए निर्णय के अनुरूप शुक्रवार को केदारनाथ जाने के लिए 22 सदस्यीय दल ओंकारेश्वर मंदिर पहुंच गया। दल में शामिल समिति के अधिकारी व कर्मचारी ने दिन भर पूजा को लेकर कार्ययोजना बनाते रहे।

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ओंकारेश्वर मंदिर के मुख्य पुजारी राजशेखर लिंग ने बताया कि सभी कर्मचारी केदारनाथ जाने को तैयार हैं। प्रयास किया जाएगा कि मंदिर में शीघ्र पूजा शुरू कर दी जाए। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व की नजर केदारनाथ में होने वाली गतिविधियों पर हैं। धामिक भावनाओं को देखते हुए सभी भक्त चाहते हैं कि शीघ्र केदारनाथ में एक बार फिर से भोले बाबा की गूंज सुनाई दे।

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वहीं, मंदिर के रावल भीमाशंकर लिंग ने कहा कि मंदिर में सफाई व शुद्धीकरण कार्य शीघ्र पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए मंदिर समिति के कर्मचारी बड़ी संख्या में केदारनाथ पहुंच रहे हैं। फिलहाल केदारनाथ में कर्मचारी टैंट में ही रहेंगे। पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त होने से हेलीकाप्टर से मंदिर समिति के कर्मचारी वहां पहुंचेंगे। इसमें दो पुजारी भी होंगे।

मंदिर परिसर और गर्भ गृह समेत सभी स्थानों की सफाई व धुलाई कराई जाएगी। इसके बाद हवन कर मंदिर का शुद्धिकरण किया जाएगा। पहले चरण में ये कार्य पूरे होने पर मंदिर में पूजा की तिथि निर्धारित कर दी जाएगी। इस बारे में डीएम दिलीप जावलकर का कहना है कि मंदिर समिति के कार्य में प्रशासन का दखल नहीं होता, ये मंदिर समिति खुद फैसले करती है। बैठक में मंदिर समिति के कार्याधिकारी अनिल शर्मा, मंदिर अधिकारी भूपेंद्र मैठाणी, विधि अधिकारी एसएस बर्तवाल, सहायक अभियंता विपिन तिवारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सुरेशानंद मैदूली, पुजारी शिवशंकर लिंग, टी गंगाधर लिंग शामिल थे।

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