अजमेर। जिला कलक्टर श्री वैभव गालरिया ने जिले के विभिन्न चिकित्सालयों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सकों से कहा है कि मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा व नि:शुल्क जाँच योजना का अधिकतम लाभ मरीजों को मिले। राज्य सरकार द्वारा इन व्यवस्थाओं के लिए पर्याप्त दवाईयां, उपकरण, तकनीकी स्टॉफ और बजट उपलब्ध करवाया गया है। आगामी 15 अगस्त से नि:शुल्क जाँच योजना अब प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी प्रारम्भ होगी। इसके लिए अभी से ही पूरी तैयारी कर ले।
श्री गालरिया ने आज आयोजित जिला साक्षरता समिति की बैठक में मुख्यमंत्री नि:शुल्क जाँच योजना का कार्य अजमेर जिले में सुनियोजित तरीके से शुरू करने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की सम्पूर्ण टीम को बधाई दी। जिला स्वास्थ्य समिति ने जिले में आगामी अगस्त माह से 11 टी.बी. सेन्टर प्रारम्भ करने की सहमति दी। राज्य सरकार ने इनकी स्वीकृति दी है।
जिला कलक्टर ने बोराडा, फतेहगढ व श्रीनगर में प्राथमिक एवं सामुदायिक चिकित्सा केन्द्रों पर सप्ताह में दो बार सुपर स्पेशलिस्ट की सुविधा टेलीमेडीसिन के माध्यम से शुरू करने के बावजूद भी रोगियों द्वारा इसका लाभ नहीं उठाने एवं संबंधित चिकित्सकों द्वारा इसमें रूचि नहीं लेने को गम्भीरता से लिया और ब्लॉक सी.एम.एच.ओ. को निर्देश दिए कि वे इस व्यवस्था को सुचारू बनाए और यहां के रोगियों को टेलीमेडीसिन के माध्यम से सुपर स्पेशलिस्ट की सेवाऐं सुलभ कराए। जिससे उन्हें ईलाज के लिए अजमेर, जयपुर आदि न जाना पडे।
क्षय रोग निवारण अधिकारी ने बताया कि जिले में अभी ब्यावर, अजमेर, केकड़ी, पुष्कर व किशनगढ़ में टी.बी. सेन्टर चल रहे हैं। राज्य सरकार ने अब जिले के सभी आठ पंचायत समिति मुख्यालयों के अतिरिक्त अजमेर शहर में दो व ब्यावर में एक टी.बी. सेन्टर खोलने की स्वीकृति दी है। पूर्व में चल रहे पांच सेन्टर इन्हीं में समाहित हो जाएंगे। इन सेन्टर के लिए मेडीकल ऑफिसर टी.बी. कन्ट्रोल ट्रीटमेंट के अतिरिक्त सीनियर सुपरवाईजर व सीनियर सुपरवाईजर टी.बी. लेब्रोइटरी की नियुक्ति होगी। जिले में अभी 1221 टी.बी. के मरीज हैं जिन्हें उनके घर के निकटतम स्थान से दवाईयां उपलब्ध कराई जा रही है। जिला स्वास्थ्य समिति ने पंचायत समिति मुख्यालयों पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर यह सेन्टर प्रारम्भ करने की स्वीकृति दी।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. लक्ष्मण हरचन्दानी तथा जिला औषधि भण्डार के प्रभारी डॉ. मोहित ने प्रजन्टेशन के माध्यम से औषधि भण्डार में उपलब्ध दवाईयों के स्टॉक के बारे में सभी चिकित्सकों को बताया और राज्य सरकार से और प्राप्त हो रही नवीनतम दवाओं व सुचर्स के बारे में जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि जानकारी के अभाव में चिकित्सकों द्वारा अनेक दवाओं का उपयोग मरीजों के लिए नहीं किया जा रहा है और उनका स्टॉक पड़ा हुआ है। उन्होंने सभी दवाओं का मरीजों के लिए उपयोग करने को कहा और बताया कि दवाईयों की किसी भी प्रकार की कमी नहीं है।
जिला कलक्टर श्री गालरिया ने अजमेर जिले में विभिन्न औद्योगिक संस्थानों व पत्थर से जुड़े उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों के स्वास्थ्य की नियमित जाँच करने तथा उन्हें सिलिकोसिस जो स्वास्थ्य संबंधी बीमारी है, से बचाने के उपाय करने को कहा और बताया कि ऐसे श्रमिकों को इस बीमारी से बचने के लिए उन्हें पूरी जानकारी दी जाए। पत्थरों की कटाई से निकलने वाली गंदगी श्वास के माध्यम से श्रमिकों के शरीर में नहीं पहुंचे। इन श्रमिकों के स्वास्थ्य की नियमित जांच भी की जाए। बैठक में बताया गया कि ऐसे श्रमिकों की जाँच के लिए सावर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रत्येक माह के दूसरे व चौथे बुधवार, राजकीय यज्ञनारायण चिकित्सालय किशनगढ में पहले व पांचवे बुधवार तथा अमृतकौर चिकित्सालय ब्यावर में प्रत्येक माह की 13 व 26 तारीख को शिविर आयोजित कर सिलिकोसिस बीमारी से बचाव की जानकारी दी जाती है और रोगियों की चिकित्सा की जाती है।
बैठक में अतिरिक्त कलक्टर श्री गजेन्द्र सिंह राठौड, अजमेर सैटेलाइट चिकित्सालय के अतिरिक्त, ब्यावर व किशनगढ़ चिकित्सालय के पी.एम.ओ., ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के चिकित्सा अधिकारी, स्वंयसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।