आजादी के 66 वर्ष उपरांत भी दलित कर्मचारियों को हक नही

mds thumbअजमेर। महर्षि दयानन्द सरस्वती विष्वविद्यलाय के कुलपति द्वारा बार बार रिव्यू डी.पी.सी/डी.पी.सी. के सम्बंध में किये गये विष्वासघात के खिलाफ दिनांक 24.07013 से जारी क्रमिक धरना आज दिनांक 14.08.13 बु़द्ववार को 22वे दिन भी जारी रहा । धरने पर आज श्री के.एल.मीणा व श्री राजू सिह बैठे ।
आज कुलपति प्रो. रूपसिंह बारेठ के निमंत्रण पर उनके कक्ष मे महासंघ के अध्यक्ष श्री भूपसिंह मीणा, महासचिव श्री नीरज पंवार एवं महासंघ के सदस्य श्री रामजी लाल डाबरिया, श्री रामधन मीणा वार्ता मे शामिल हुये । वार्ता बेनतीजा रही ।
वार्ता मे कुलपति महोदय द्वारा बार बार विष्वास दिलाने का प्रयास किया गया कि जल्द जल्द रिव्यू डी.पी.सी. के आदेष जारी कर दिये जायेगें परन्तु महासंघ के पदाधिकारियों द्वारा कुलपति महोदय से कहा गया कि इस प्रकार के वादे तो आप द्वारा पूर्व मे कई वार किये जा चुके है । इस कारण जब जब तक रिव्यू डी.पी.सी. के आदेष जारी नही किये जाते है तबतक आन्दोलन जारी रहेगा । वार्ता उपरांत महासंघ द्वारा आन्दोलन जारी रखने के निर्णय से कुलपति महोदय को पत्र द्वारा सूचित कर दिया गया है।
आज सुबह मंच को सम्बोधित करते हुये अध्यक्ष भूप सिंह मीणा ने कहा कि जहां एक ओर सारा देष आजादी के 66 वर्षगाठ बना रहा है वही दूसरी ओर 66 वर्ष उपरांत भी विष्वविद्यालय प्रषासन दलित वर्ग के कर्मचारियों को उनका हक नही दे रहा है जो बहुत ही निराषा का विषय है। उन्होने कहा पिछले 22 दिन से दलित वर्ग के कर्मचारियों अपने हितो के लिए आन्दोलन पर है परन्तु प्रषासन आज भी अंग्रेजो की नीति फूट डालो राज करो पर चल रहा है जो कि निन्दा का विषय है। महासचिव श्री नीरज पवंार ने कहा कि जब तक विष्वविद्यालय के दलित कर्मचारियों को रिव्यू डी.पी.सी कर उनका हक नही मिल जाता हैं । तब तक विष्वविद्यालय दलित कर्मचारियों को सच्चे अर्थो मे आजादी मंनाने का कोई हक नही है। उन्होने प्रषासन को दलित विरोधी करार दिया ।
महासंघ के अध्यक्ष श्री भूपसिंह मीणा ने जानकारी दी कि स्वतंत्रता दिवास के दिन 15.08.13 को भी क्रमिक धरना जारी रहेगा धरने पर श्री भूपसिंह मीणा व श्री रामधन मीणा बैठेगें ।

error: Content is protected !!