केकड़ी / जैन धर्म का महापर्व पयूर्षण पर्व नगर में त्याग, तप, पूजा, अर्चना, श्रद्धा व भक्ति भाव के साथ हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान स्नात्र पूजा, बड़ी पूजा, रात्रि भक्ति सहित कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। पर्युषण पर्व के पांचवे दिन कल्प सूत्र में भगवान महावीर के जन्म कल्याणक के प्रसंग का वांचन आने पर सब्जी मण्डी स्थित चन्द्रप्रभु मन्दिर में विशेष आयोजन कर उत्सव मनाया गया। इस दौरान त्रिशला माता को आए चौदह स्वप्नो की बोलियां लगाई गई। बोलियां लेने वाले भाग्यशालियों ने स्वप्न अवतरण का लाभ लिया। तत्पश्चात भगवान महावीर के जन्म कल्याणक प्रसंग का वांचन किया गया। कल्प सूत्र वांचन के पश्चात भगवान महावीर के चित्र को चांदी के पालने में सजाकर विशाल जुलूस निकाला गया। जुलूस मेें महिलाएं चौदह स्वप्नो को सिर पर धारण कर चल रही थी। इस दौरान युवाओं, बच्चो व महिलाओं ने नृत्य प्रस्तुत किया। शुक्रवार को चन्द्रप्रभु मन्दिर में भगवान की प्रतिमाओं की भव्य आंगी रचना कर चित्ताकर्षक ढंग से सजाया गया। रात्रि में समाज के गायकों ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी। -पीयूष राठी
