केकड़ी। शहर के अजमेर रोड़ पर स्थित सामाजित न्याय एवं अधिकारिता विभाग के छात्रावास में रहने वाले अनूसूचित जाति जन जाति के छात्रों ने शुक्रवार को छात्रावास के अधीक्षक के खिलाफ भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने व अन्य मुद्दो को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। छात्रों ने नारबाजी करते हुए अधीक्षक को हटाने की मांग की। मामले की सूचना मिलते ही उपखण्ड अधिकारी हीरालाल मीणा,तहसीलदार रजनी माधीवाल व पुलिस वृतनिरीक्षक जगमोहन शर्मा भी मौके पर पहुंच गये और छात्रों से समझाईश की। छात्रों का आरोप हैं कि छात्रावास अधीक्षक द्वारा अनुसूचित जाति जनजाति वाले छात्रों के साथ भेदभाव किया जाता हैं तथा छात्रावास में सुविधाऐं मुहेय्या नहीं कराई जाती। इसके साथ ही छात्रों ने अधीक्षक द्वारा मारपीट किये जाने की बात भी कही गई। छात्रों ने लिखित रूप में उपखण्ड अधिकारी का शिकायत दर्ज करवाई जिसके बाद उपखण्ड अधिकारी ने छात्रों को आश्वासन दिया कि जांच करवाई जायेगी व आगे से ऐसी समस्या नहीं आयेगी जिसके बाद कहीं जाकर छात्र मानें। वहीं दूसरी ओर अलताफ हुस्सेन का कहना हैं कि छात्रावास की सभी सुविधाऐं दुरस्त हैं तथा छात्रावास में जब से अन्य पिछड़ा वर्ग के बच्चे रहने आये हैं तब से ही दूसरे बच्चे विरोध कर रहे हैं। इसके साथ ही हुस्सेन ने बताया कि साजिश के तहत उन्हे फंसाया जा रहा हैं क्यों कि जो पहले छात्रावास में चौकीदार था उसके स्थान पर अब सरकारी परमानेंट चौकीदार को नियुक्त कर दिया गया हैं और पुराने चौकीदार के परिजन इस छात्रावास में रह रहे हैं वही बिना वहज हंगामा कर रहे हैं।
छात्र ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में प्रिंसिपल व अध्यापक पर लगाया आरोप
शहर में शुक्रवार को एक 11वीं कक्षा में पढऩे वाले छात्र ने विद्यालय के प्रिंसिपल व अध्यापक द्वारा मारपीट किये जाने से आहत होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र ने फंदे पर झूलने से पूर्व एक सुसाईड नोट लिख कर अपने साथ विद्यालय में हुई घटना का ब्यूरो देते हुए अपनी मौत का जिम्मेवार विद्यालय के प्रिंसिपल भोजूराम मीणा व अध्यापक भंवर नरेन्द्र सिंह को ठहराया हैं। छात्र ने अपने घर में ही उपर के कमरे में फांसी का फंदा बना कर उससे फांसी लगा ली जिससे उसकी मौत हो गई। घटना की खबर तब लगी जब मृतक का भाई घर आया और दरवाजा खटखटाया तो अंदर से दरवाजा नहीं खुलने पर उसने उसके पिता जो कृषि उपज मण्डी में हमाली करते हैं उन्हे फोन कर जानकारी दी कि दरवाजा नहीं खुल रहा तो मृतक के पिता घर पहुंचे और आस पास के लोगों की मदद से खिड़की के जरिये अंदर दाखिल हुए तो उन्हे मृतक प्रधान माली फंदे से लटका हुआ मिला। परिजनों ने तुरंत केकड़ी पुलिस को सूचित किया जिस पर केकड़ी पुलिस वृतनिरीक्षक जगमोहन शर्मा मौक पर पहुंचे और शव को फंदे से उतरवाकर मोर्चरी पहुंचाया।
शहर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की कक्षा 11वीं में पढऩे वाले मृतक ने अपने सुसाईड नोट में लिखा कि उसकी एक छोटी सी गलती की वजह से उसे प्रिसिपल व अध्यापक ने काफी पीटा और बेइज्जत भी किया,उसने अध्यापकों से गलती की माफी भी मांगी मगर अध्यापकों ने फिर भी उसे पीटा जिससे वह काफी आहत हुआ हैं और इस बेइज्जति को सहन नहीं कर सका जिसके चलते वह अपनी जान दे रहा हैं जिसके जिम्मेवार सिर्फ दोनों अध्यापक हैं। इसके साथ ही मृतक ने अपने सुसाइड नोट में लिखा हैं कि यदि इन दोनों अध्यापकों को सस्पेण्ड नहीं किया गया तो ओर भी छात्र आत्महत्या कर सकते हैं।
पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया हैं। इसके साथ ही केकड़ी पुलिस ने सुसाईड नोट के आधार पर धारा 306 के तहत मामला दर्ज कर विद्यालय के प्रिंसिपल व अध्यापक को थाने में बुलाया हैं और उनसे पूछताछ की जा रही हैं तथा मामले की पड़ताल की जा रही हैं।
-पीयूष राठी