लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश को मुजफ्फरनगर दंगों के मद्देनजर तुरंत बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने सरकार पर समय रहते कार्रवाई न करने का भी आरोप लगाया। मायावती ने कहा कि सरकार के पास इस बात की पुख्ता सूचना थी, बावजूद इसके सरकार ने इन दंगों को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाए।
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जब से सपा सरकार आई है सूबे में भयमुक्त नहीं भययुक्त शासन व्याप्त है। मायावती ने मुजफ्फरनगर में पिछले तीन दिनों से जारी हिंसा के पीछे सपा और भाजपा की मिलीभगत बताया है। उन्होने कहा कि यह दोनों पार्टियां सिर्फ अपने राजनीतिक फायदे के लिए यह सब करवा रही हैं। उन्होंने राज्य सरकार पर जंगलराज लागू करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में जंगल राज कायम है।
यही नहीं, उन्होंने प्रदेश के राज्यपाल पर भी हमला बोला। राज्यपाल बीएल जोशी पर टिप्पणी करते हुए मायावती ने कहा कि मुजफ्फरनगर में इतना कुछ हो गया, लेकिन राज्यपाल चुप्पी साधे हुए थे। जब इस मामले में केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने हस्तक्षेप किया तब वे हरकत में आए। इसके बावजूद उन्होंने रिपोर्ट तो सौंपी, लेकिन राष्ट्रपति शासन लगाने की बात नहीं की।