अजमेर। महर्षि दयानन्द सरस्वती विष्वविद्यलाय के कुलपति द्वारा बार बार रिव्यू डी.पी.सी/डी.पी.सी. के सम्बंध में किये गये विष्वासघात के खिलाफ दिनांक 24.07.13 से जारी क्रमिक धरना आज दिनांक 10.09.13 रविवार को 49वे दिन भी जारी रहा । मंगलवार को 49वें दिन धरने पर श्री रतनलाल शर्मा व श्री सन्तोष कुमार मीणा़ बैठे ।
आज महासंघ के महासचिव श्री नीरज पंवार ने बताया कि विष्वविद्यालय प्रषासन पं्रबध मण्डल की बैठक दिनांक 08.01.2010 के निर्णय संख्या 21 के निर्णयानुसार वर्ष 1997-98 से 2004-05 तक की रिव्यू डी.पी.सी. नही कर वर्ष 2012-13 तक की डी.पी.सी. की तैयार कर रहा है जो कि प्रंबध मण्डल के निर्णय की अवमानना हैं क्याकि सर्वप्रथम प्रषासन को रिव्यू डी.पी.सी. के आदेष जारी कर वर्ष 2005-06 तक की सभी सवर्गो की वरीयता सुची जारी करनी पडेगी, ताकि सभी कर्मचारियांे को अपनी सही जगह मालूम हो सके, तभी नियमानुसार आगे की डी0पी.सी. की जा सकती है। परन्तु जानकारी मे आया है कि प्रषासन पुरानी गलती को दोहराते हुये फिर से एक साथ 1997-98 से 2012-13 तक की डी.पी.सी. की तैयार कर रहा है जिसका सर्वाधिक नुकसान दलित वर्ग के कर्मचारियों को ही उठाना पडेगा, प्रषासन एक बार फिर आरक्षित वर्ग के पदो पर सामान्य वर्ग के कर्मचारियों को पदोन्नत करने पर अमादा है। जबकि विष्वविद्यालय के कार्यालय आदेष 36587-601 के अनुसार केवल 2005 तक की रिव्यू डी0पी.सी करने के आदेष प्रदान किये गये है। महासंघ विष्वविद्यालय की इस साजिष को सफल नही होने देगा, कल महासंघ के कर्मचारी विष्वविद्यालय की इस साजिष के विरोध मे कुलपति का घेराव करेगें । क्योकि कर्मचारी एक बार 2005 मे धोखा खा चुके है, ओर नुकसान उठा चुके है जिसके परिणाम स्वरूप ही यह आन्दोलन करना पड रहा है। उपस्थित सभी कर्मचारियों ने इस को आरक्षित वर्ग के कर्मचारियों के खिलाफ की जाने वाली साजिष करार देते हुये इसका पुरजोर विरोध करने की बात कही । महासंघ के अध्यक्ष भूपसिंह मीणा ने कहा कि यदि प्रबंध मण्डल के निर्णय मे किसी प्रकार की घालघुसेड की कई तो आन्दोलन यथावत जारी रहेगा ।
अध्यक्ष श्री भूपसिंह मीणा ने बताया कि जब तक रिव्यू डी.पी.सी.2005 के आदेष जारी नही हो जाते है तब तक आन्दोलन जारी रहेगा ।