उदयपुर। मुख्यमंत्री स्वालम्बन योजना एवं युवा उद्यमिता प्रोत्साहन योजना केवल कागजों में सिमट कर रह गई है। जिला उद्योग केन्द्र, बेंकों एवं वित्त निगम द्वारा रुचि नहीं लिए जाने के कारण युवा उद्यमियों को इन योजनाओं का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं विधाय क किरण माहेश्वरी के अताराकिंत प्रश्न से यह स्थिति स्पष्ट हुई है। राजसमंद जिले में स्वालम्बन योजना में 200 व्यक्तियों के लक्ष्य के समक्ष मात्र 5 व्यक्तियों को अब तक लाभान्वित किया जा सका है। योजना में 545 व्यक्तियों नें आवेदन किया था। उद्यमिता योजना में 139 व्यक्तियों नें कार्य योजना प्रस्तुत की थी। अभी तक एक भी व्यक्ति को स्वीकृति नहीं मिल पाई है। किरण नें कहा कि राज्य सरकार मात्र घोषणा करके रह जाती है। प्रशासनिक क्षमता नहीं होने के कारण पात्र नागरिकों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।