चार्टर विमान से उतरी हेलीकाप्टर से उडान भरी
मदनगंज-किशनगढ़ । यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी किशनगढ़ हवाई पट्टी पर विशेष चार्टर विमान से उतरकर राजकीय हेलीकाप्टर में सवार होकर भीलवाड़ा के रूपाहेली के लिए रवाना हो गई। उनके साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष डां. चन्द्रभान व राजस्थान प्रभारी गुरूदास कामथ भी थे। रविवार को अपरान्ह चार बजे यहां पहुचने पर जिला कलक्टर वैभव गालरिया व पुलिस अधीक्षक गौरव श्रीवास्तव ने अगवानी की।
श्रीमति गांधी 2 बजकर 35 मिनट पर किशनगढ़ हवाई पट्टी पर पहुंचना था लेकिन उनका विमान डेढ़ घंटे देरी से यहां पहुंचा। चार्टर विमान से सबसे पहले मुख्यमंत्री गहलोत नीचे उतरे उनके बाद गुरदास कामंथ व प्रदेशाध्यक्ष चन्द्रभान इसके बाद सोनिया गांधी नीचे उतरी। वहां मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी अगवानी की।
गांधी विमान में वापस गई
सोनिया गांधी विमान से उतरकर कुछ कदम आगे आई कि अचानक वापस घूमकर विमान का दरवाजा खुलवाकर वापस गई और तीन मिनट के बाद वापस नीचे उतरकर हेलीकाप्टर की ओर चल दी।
सुरक्षा के कारण विधायक भी रहे बाहर
सोनिया गांधी की सुरक्षा को लेकर एसपीजी ने स्थानीय विधायक नाथूराम सिनोदिया को भी हवाई पट्टी के बाहर बनी बेरिकेट पर रोक दिया गया। एसपीजी ने सुरक्षा इंतजाम के चलते किसी राजनैतिक नेता को भी वहां नही जाने दिया।
कड़ी सुरक्षा
सोनिया गांधी की सुरक्षा को लेकर एसपीजी ने जबरदस्त बंदोबस्त कर रखे थे। कांग्रेस की राष्टीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के किशनगढ़ हवाई पट्टी पर उतरने के समाचार पाकर उनके स्वागत के लिए जाने वालों तक को उस मार्ग से गुजरने नही दिया गया। यहां तक कि एसपीजी ने कांग्रेस नेताओं को भी हवाई पट्टी पर नही जाने देकर पुलिस ने रामनेर रोड़ के मुहाने पर ही रोक दिया।
सुरक्षा के मारे ग्रामीण हुए परेशान
एसपीजी की सुरक्षा बंदोबस्त से हवाई पट्टी मार्ग के नजदीकी गांव में रहने वाले ग्रामीणों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। रामनेर रोड़ के मुहाने पर बेरिकेट लगा दिये और सुबह 11 बजे से ही आवागमन बंद कर दिया। दुपहिया वाहन चालक को भी नही जाने दिये जाने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया। खेतों में काम करने वाले काश्तकारों को भी खेतों से बाहर निकाल दिया। ग्रामीणों का कहना था कि जब हवाई पट्टी से ही यह हाल है तो एयरपोर्ट बनने के बाद हमारा क्या होगा। -राजकुमार शर्मा
