वाशिंगटन। लड़कियों की शिक्षा की पैरवी करने के कारण तालिबान की गोली का निशाना बनने वाली पाकिस्तानी किशोरी मलाला यूसुफजई स्कूली पाठ्यक्रम की प्रेरणा बन गई हैं।
जार्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी ने सोमवार को घोषणा की कि उसके संकाय सदस्य हाल ही में मलाला द्वारा लिखी गई आत्मकथा के लिए मल्टीमीडिया कॅरिकुलम टूल्स तैयार कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी ने बताया कि संकाय सदस्य इस पाठ्यक्रम की शुरुआत अगले वर्ष के प्रारंभ से कॉलेज और हाईस्कूल के लिए करेंगे।
यह पाठ्यक्रम मुफ्त होगा और महिलाओं की आवाज और राजनीतिक कट्टरपंथियों पर केंद्रित होगा। यूनिवर्सिटी के ग्लोबल वूमेंस इंस्टीट्यूट की निदेशक मैरी एल्सबर्ग ने बताया कि टूल्स केवल इस किशोरी की कहानी पर ही नहीं गौर करेगा बल्कि इस तरह की अन्य घटनाओं का भी इसमें जिक्र होगा। जैसे लड़कियों के बाल विवाह और स्कूल छोड़ने के लिए दबाव बनाए जाने को भी शामिल किया जाएगा।