नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता और देश में विभिन्न आंदोलनों का समन्वय संचालित कर रही मेधा पाटकर ने कहा है कि मोदी से बड़ा दूसरा झूठा आदमी नहीं है। सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्टैचू आफ यूनिटी के प्रचार पर प्रहार करते हुए मेधा पाटकर ने कहा है कि इस प्रचार के पीछे असल मकसद नर्मदा बांध की ऊंचाई को बढ़ाकर 138 मीटर तक ले जाना है जो कि अभी 122 मीटर है। मोदी के झूठे प्रचार पर प्रहार करते हुए कोलकाता में मीडिया से बात करते हुए मेधा ने कहा कि सरदार सरोवर की प्रतिमा के नाम पर नरेन्द्र मोदी गैर कानूनी तरीके से बांध की ऊंचाई को बढ़ाना चाहते हैं जिसके कारण ढाई लाख लोग और विस्थापित हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि नर्मदा बांध परियोजना पूरी तरह से फेल हो चुकी है और उसे अब पेपर पर ही सफल बताया जा रहा है और अब सरदार की प्रतिमा के नाम पर एक बार फिर बांध की ऊंचाई बढ़ाने की गैरकानूनी कोशिश की जा रही है।
विकास के गुजरात मॉडल की निंदा करते हुए मेधा पाटकर ने कहा कि यह कॉरपोरेट विकास मॉडल है जिसमें आम आदमी का हक और हित सुरक्षित नहीं रह सकता। मेधा पाटकर का कहना है कि आज गुजरात के किसी भी हिस्से में चले जाइये आपको आम आदमी और कारपोरेट कंपनियों के बीच झगड़ा दिख जाएगा। मेधा पाटकर ने मोदी के उन दावों को भी खारिज कर दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि नर्मदा बांध से मध्य प्रदेश को 800 मेगावाट बिजली मुफ्त दी जा रही है। मेधा पाटकर का कहना है कि बिजली के लिए मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार 2.10 रूपये प्रति यूनिट के हिसाब से गुजरात सरकार को पैसा अदा करती है। लेकिन मोदी और शिवराज के बीच ऐसा नेक्सस स्थापित हो गया है कि यह झूठ प्रचारित किया जा रहा है।