अजमेर। झूला मौहल्ला स्थित निर्मल धाम दरबार में गुरूनानक देव जंयति ओर कार्तिक महोत्सव के अवसर पर श्री मद्भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। इससे पूर्व दरबार से भव्य कलश यात्रा निकाली गयी जिसमे विभिन्न दरबारों के संत मंहत ओर निर्मल धाम के भक्त शामिल हुये। इसके बाद दरबार में विधिविधान से पूजा अर्चना के बाद सिंधी भाषा मे भागवत् कथा प्रारंभ हुयी। इंदौर से आये कथावाचक माधवदास उदासी ने पहले दिन भागवत महात्मय का श्रवण करा कर भक्तों को सिंधी भागवत् का रसापान कराया। मंदिर के सेवादार नरेन्द्र बसरानी ने बताया कि कथा हर रोज सुबह 8 से 10 ओर शाम 5 से 8 बजे तक कही जा रही है। निर्मल दरबार में कथा स्थल को भव्य रूप से सजाया गया है साथ ही महिला पुरूष भक्तों के बैठने की व्यवस्था भी अलग की गयी है।
पहाड़गंज स्थित सीता गौशाला में गोपाष्ठमी पर्व के उपलक्ष्य में 6 से 14 नवम्बर तक श्रीमद् गौभागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथावाचक श्रदेय रामभरोसे लाल ने व्यास पीठ पर विराजित होकर उपस्थित भक्तों को बताया कि भारतीय संस्कृति में गौसेवा से बढकर अन्य कोई पुन्य नहीं है। स्वंय की मां, गंगा और गौमाता को भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान दिया गया है। अयोजक गौशाला समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश मंगल ने बताया कि कथा प्रतिदिन 2 बजे से शाम 6 बजे के बीच आशागंज स्थित श्री सीतागौशाला परिसर में कही जा रही है।
