अजमेर / भारतीय सिनेमा के अत्यंत प्रभावषाली चलचित्र प्रस्तुति के 100 वर्ष पूरे हुए, अपनी पहली फिल्म 1913 में प्रर्दषित कर भारतीय सिनेमा ने व्यापक विषयों पर अत्यंत प्रभावषाली फिल्में संसार को देकर एक अत्यंत लोकप्रिय, महत्वपूर्ण तथा प्रभावषाली स्थान बना लिया है । इस अवसर पर कला अंकुर भी नगर में फिल्मों के इतिहास को लेकर 9 फरवरी 2014 को कार्यक्रम ‘सिनेमा सफ़र सौ साल का’ प्रस्तुत करने जा रहा है ।
कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती कल्पना शर्मा तथा श्रीमती रूपा गोयल ने बताया कि सिनेमा के इतिहास पर गहराई के साथ शोध कर कला अंकुर के संरक्षक श्री कमलेन्द्र झा एवं उनके दल ने कार्यक्रम का स्वरूप ऐसा बनाया है कि दर्षकों को पिछले सौ वर्ष का सिनेमाई इतिहास का हर रंग मंच एवं पर्दे पर नज़र आता रहेगा । फिल्म संगीत का हर दौर, फिल्मो में प्रस्तुत नृत्य और सिनेमा का हर पहलू तीन घण्टे के कार्यक्रम में बुनकर प्रस्तुत किया जायेगा ।
कला अंकुर की सचिव श्रीमती विनीता चौहान के अनुसार सिनेमा सफ़र सौ साल का कार्यक्रम का एक उद्धेष्य नगर के वृद्धजन के लिये उपलब्ध सुविधाओं में योगदान देना भी है, कला अंकुर पिछले अनेक कार्यक्रमों के माध्यम से दृष्टिबाधित, मानसिक रूप से अल्पविकसित, शारीरीक रूप से बाधित बच्चों तथा समाज में उपेक्षित तथा जरूरतमंद महिलाओं के लिये आर्थिक सहायता प्रदान करता रहा है, जो कला अंकुर के उद्धेष्यों का एक महत्वपूर्ण भाग है ।
उपाध्यक्ष श्री आनन्द गार्गिया के अनुसार सिनेमा सफ़र सौ साल का एक मनोरंजक तथा महत्वपूर्ण सूचना प्रदान करने वाला कार्यक्रम होगा ।