
भारतीय जनता पार्टी षिक्षक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सयोजक श्री नरेन्द्र सिंह ने षिक्षक प्रकोष्ठ भारतीय जनता पार्टी प्रदेष की कार्यसमिति की बैठक की अध्यक्षता करतें हुए उन्होंने बताया कि लोकसभा के चुनाव पहले तक मण्डल सयांेजक एवं बूथ संयोजक कि घोषणा कि जायें। अथात् प्रत्येक बूथ स्तर पर एक षिक्षक कार्यकर्ता को जोड़ा जायें। षिक्षकों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर तबादला नीति बनाई जाये। वेतन विसगतिया दूर की जाये। षिक्षकों को षिक्षा के अलावा अन्य कार्याें में प्रयोग ना किया जायें। उनका मानना है कि प्राईवेट काॅलेजों में षिक्षकों के साथ शोषण किया जाता हैं। केन्द्र में भाजपा सरकार आनें पर निजी विद्यालयों को बाध्य किया जायेगा। ताकि एक समान वेतन निर्धारित किया जायें।
प्रदेष स्तर पर एक विषाल षिक्षण सम्मेलन करने के दिषा निर्देष दिये गये ताकि षिक्षकों कि शक्ति का एहसास हो सकें। राजस्थान में षिक्षा के क्षेत्रों में क्या सुधार हो सकता है। इस विषय पर सभी जिला संयोजकों से राय जानी गई।
प्रदेष सयोजक बी.पी. सारस्वत जी ने बताया कि षिक्षक का पहला उद्देष्य नये एवं सषक्त भारत का निर्माण करना हैं।
बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डाॅ. अरविन्द शर्मा, रामनारायण तर्क, राजस्थान प्रभारी टेकचन्द जी शर्मा, प्रदेष सहसयोजक शैतान सिंह, जिला संयोजक राजेष शर्मा, एवं प्रदेष के समस्थ जिलों के सयोजक उपस्थित थें।