अजमेर। जिला कलक्टर श्री वैभव गालरिया ने कहा कि किसान उन्नत कृषि तकनीकों का इस्तेमाल करें। सरकारी योजनाओं का लाभ उठा कर कृषि विकास में भागीदार बनें। किसानों की समस्याओं का प्रशासन के स्तर पर तत्काल समाधान किया जाएगा। जिले में हर पंचायत समिति की एक ग्राम पंचायत को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किए जाने की आवश्यकता है।
जिला कलक्टर श्री गालरिया मंगलवार को जवाहर रंगमंच पर भू-संसाधन विभाग की कार्यशाला एवं निगरानी बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र के विकास के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू कर रखी हैं। किसानों को इन योजनाओं का लाभ उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने कृषकों एवं जनप्रतिनिधियों को विश्वास दिलाया कि जिला प्रशासन के स्तर पर आने वाली सभी समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाएगा।
जिला कलक्टर ने भू-संसाधन विभाग को कहा कि जिले की आठों पंचायत समितियों में एक-एक ग्राम पंचायत को आदर्श ग्राम के रूप में चिन्हित कर उसमें वाटरशेड से संबंधित तमाम योजनाओं व सुविधाओं का क्रियान्वयन समयबद्घ तरीके से सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा कि जल ग्रहण एवं चरागाह क्षेत्र में आने वाले सभी अतिक्रमणों को हटाने में पुलिस एवं प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ काम करेगा। ग्रामीण भी इसमें सकारात्मक भूमिका निभाएं।
जिला प्रमुख श्रीमती सीमा माहेश्वरी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भू-संसाधन विभाग द्वारा कराए जाने वाले काम महत्वपूर्ण है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को गति मिलती है। उन्होंने कहा कि जिला परिषद की ओर से ग्रामीण विकास के कार्यों को पूरी गम्भीरता के साथ अमल में लाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को फायदा मिलेगा।
कार्यशाला में भू-संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री शरद गेमावत ने विभाग से संबंधित विभिन्न जानकारियां दी। उन्होंने बताया कि प्याज भण्डारण, वर्मी कम्पोस्ट, बूंद-बूंद सिंचाई योजना, प्लास्टिक मल्च परियोजना, मशरूम खेती अनुदान योजना एवं फार्म पॉण्ड योजना सहित कई ऐसी योजनाएं है जिन पर सरकार की ओर से अनुदान मिलता है। कृषक इन योजनाओं का लाभ उठाएं। कार्यशाला में विभिन्न विभागों के विशेषज्ञों ने किसानों की समस्याओं का समाधान किया।