परीक्षा अनुचित साधनों से विहीन और पारदर्षी हो

bser 450अजमेर। राजस्थान माध्यमिक षिक्षा बोर्ड के प्रषासक एवं सम्भागीय आयुक्त, अजमेर श्री आर. के. मीणा ने कहा है कि किसी भी परीक्षा की विष्वसनीयता इस बात पर निर्भर है कि वह अनुचित साधनों से विहीन और पारदर्षी हो। परीक्षाओं की विष्वसनीयता बनाए रखने में सजग वीक्षक और नकल व अनुचित साधनों की रोकथाम के लिये गठित उड़नदस्तों की महती भूमिका होती है। राजस्थान के परिपेक्ष में यह इसलिये भी महत्वपूर्ण है क्योंकि राजस्थान बोर्ड पूरे देष में एकल परीक्षा आयोजित करने वाला सबसे बड़ा बोर्ड है। बोर्ड परीक्षाओं से लाखों बच्चों का भविष्य और उनके अभिभावकों के सपने जुड़े हुए हैं। इसलिये इन परीक्षाओं के निविध्न संचालन के संबंध में षिक्षकों का दायित्व और बढ़ जाता है।
श्री मीणा मंगलवार को बोर्ड के राजीव गांधी सभागार में बोर्ड परीक्षा – 2014 के लिये गठित विषेष उड़नदस्तों के संयोजकों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उड़नदस्तों का दायित्व है कि वे अपने क्षेत्रों के प्रष्न-पत्रों की सुरक्षा को सुनिष्चित करें। किसी भी परीक्षा केन्द्र पर पहुॅंचने से पूर्व परीक्षा केन्द्र के बाहर का सूक्ष्म निरीक्षण कर यह भी देखें की बहारी तत्वों का परीक्षा केन्द्र के अन्दर दखल न हो।
उन्होंने कहा कि उड़नदस्ते जिले के अंदरूनी और दूर-दराज के हिस्सों में स्थित परीक्षा केन्द्रोें का विषेष रूप से निरीक्षण करें। संवेदनषील और अतिसंवेदनषील परीक्षा केन्द्रों का सघन और सतत् निरीक्षण किया जाये। उन्होंने कहा कि बोर्ड द्वारा 50 विषेष उड़नदस्ते गठित किये जा रहे हैं, जिनमंे एक महिला उड़नदस्ता भी है। प्रत्येक जिले में न्यूनतम एक विषेष उड़नदस्ता गठित किया गया है और संवेदनषील और बड़े जिलों में दो-दो विषेष उड़नदस्ते गठित किये गये हैं। यह उड़नदस्ते षिक्षा उपनिदेषक और जिला षिक्षा अधिकारियों द्वारा गठित उडनदस्तों के अतिरिक्त होंगे। उन्होंने उड़नदस्तों को निर्देषित किया कि वे प्रतिदिन चार-पॉच परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण करें। उड़नदस्ते द्वारा प्रतिदिन परीक्षा प्रारम्भ होने से 45 मिनट पूर्व एक परीक्षा केन्द्र पर प्रष्न-पत्र खोलने, वितरण व अन्य व्यवस्थाओं आदि का निरीक्षण किया जाये।
बोर्ड के सचिव अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि परीक्षा उड़नदस्ते के सदस्य परीक्षा केन्द्र के निरीक्षण के दौरान बैठक व्यवस्था के निर्धारित मापदण्डांें की पालना, फर्नीचर और लाईट व्यवस्था पर भी अपना ध्यान केन्द्रित करें ताकि स्कूली विद्यार्थियों को परीक्षा देने में परेषानी न हो। विषेष उड़नदस्ते फील्ड में बोर्ड की ऑख, नाक और कान हैं इसलिये वे अपनी समेकित रिपोर्ट से आगामी परीक्षा व्यवस्थाओं में आवष्यक सुधार के लिये बोर्ड को सारगर्भित सुझाव भी दे।
बोर्ड के मुख्य नियंत्रक परीक्षा आर.बी. गुप्ता ने कहा कि परीक्षा के दौरान किसी भी परीक्षा केन्द्र पर इन्टरनेट, फोटोस्टेट और हॉस्टल चलाने पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। बोर्ड के उड़नदस्ते रात्रि को उन स्थानों की विषेष रूप से सुरक्षा व्यवस्था से जॉच करें, जहॉं परीक्षा प्रष्न-पत्र रखे गए हैं।
बैठक को विषेषाधिकारी श्रीमती प्रिया भार्गव और निदेषक (गोपनीय)े जी.के. माथुर ने भी सम्बोधित किया।

बोर्ड प्रषासक श्री मीणा ने दोपहर 3.00 बजे वीडियो कॉन्फं्रेंिसंग के माध्यम से राज्य के सभी 33 जिलों के जिला षिक्षा अधिकारियों से सम्पर्क साध कर बोर्ड परीक्षाओं की व्यवस्थाऐं सुनिष्चित की । उन्हांेने जिला षिक्षा अधिकारियों से बार-बार मौसम में हो रहे बदलाव को दृष्टिगत रखते हुए परीक्षाओं के लिये वैकल्पिक व्यवस्थाऐं बनाए रखने के निर्देष दिए। उन्होंने ने राज्य के प्रत्येक जिला षिक्षा अधिकारी से बात कर उनके क्षेत्र में प्रष्न-पत्रों के सुरक्षा की व्यवस्था, उŸार-पुस्तिकाओं की उपलब्धता, परीक्षा प्रवेष-पत्रों की वितरण व्यवस्था, उड़नदस्तों का गठन, परीक्षा केन्द्र पर फर्नीचर व्यवस्था इत्यादि के बारे में विस्तार से चर्चा कर आवष्यक निर्देष दिए। यह वीडियो कॉन्फं्रेंिसंग 3 घण्टे चली।
इससे पूर्व बोर्ड सभागार ने बोर्ड सचिव श्री अजय कुमार शुक्ल ने राज्य के सभी जिलों में बनाऐ गए उŸार-पुस्तिका संग्रहण-वितरण केन्द्रों के प्रभारियों की बैठक ली। उन्हांेने ने बताया कि सभी संग्रहण-वितरण केन्द्रों से उŸार-पुस्तिकाऐं परीक्षा समाप्ति के तत्काल पश्चात बोर्ड कार्यालय मंगवाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने प्रभारियों को निर्देष दिए की बोर्ड द्वारा प्रेषित परीक्षकों को वितरित की जाने वाली उŸार-पुस्तिकाओं का तत्काल वितरण करें ताकि परीक्षा परिणाम में विलम्ब न हो। प्रत्येक उŸार-पुस्तिका संग्रहण केन्द्र पर जिला षिक्षा अधिकारी द्वारा भी एक प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है। बोर्ड ने प्रत्येक उŸार-पुस्तिका संग्रहण केन्द्र पर समस्त गतिविधियों की वीडियोग्राफी की व्यवस्था की है।

-राजेन्द्र गुप्ता, उप निदेषक (जनसम्पर्क)

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