नकल प्रकरणों के ग्राफ में भारी गिरावट

bser logoअजमेर। राजस्थान माध्यमिक षिक्षा बोर्ड के प्रषासक और सम्भागीय आयुक्त श्री राम खिलाड़ी मीणा ने कहा है कि इस वर्ष बोर्ड परीक्षा में नकल प्रकरणों के ग्राफ में भारी गिरावट का कारण बोर्ड की व्यवस्थाओं के साथ-साथ समाज में जागरूकता भी एक महत्वपूर्ण कारक रहा है। इस वर्ष गत वर्ष की तुलना में आधे प्रकरण ही नकल और अनुचित साधनों के संबंध में दर्ज किए गए। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष नकल के मात्र 131 प्रकरण ही दर्ज किए गए।
श्री मीणा शुक्रवार को राजस्थान माध्यमिक षिक्षा बोर्ड परिसर स्थित राजीव गांधी भवन में बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में गठित विषेष उड़नदस्ते के संयोजकों की फीड-बैक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रदेष के कई जिलों में बोर्ड परीक्षा के निरीक्षण के दौरान देखा कि गावों में ग्रामवासियों ने सामूहिक रूप से अपने क्षेत्र के विद्यालय के परीक्षा केन्द्र की इस प्रकार निगरानी कि की कोई भी असामाजिक तत्व उस परिसर में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी फैलाने के लिए प्रवेष ना कर सकें। ग्रामवासियों का मानना था कि यदि विद्यालय में बोर्ड परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की गड़बड़ी होगी तो यह उनके ग्राम की अस्मिता पर प्रष्न चिन्ह होगा। श्री मीणा ने कहा कि समाज में व्याप्त हो रही यह नवीन सकारात्मक सोच राजस्थान बोर्ड की परीक्षाओं की विष्वसनीयता में वृद्धि करती है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेष में कही भी सामूहिक नकल का एक भी प्रकरण नहीं हुआ।
श्री मीणा ने कहा कि परीक्षा लेने वाली संस्थाओं के सामने नवीन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों ने परीक्षाओं में नकल व अनुचित साधनों पर अंकुष लगाने के संबंध में चुनौती पैदा कर दी है, परन्तु राजस्थान बोर्ड ने इस चुनौती से पार पाते हुए इस वर्ष बोर्ड परीक्षाओं के दौरान परीक्षार्थियों के साथ-साथ वीक्षकों और केन्द्राधीक्षकों पर भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उपयोग पर पूर्णतयाः प्रतिबंध लगाया था, जो कि कारगर साबित हुआ।
बैठक में उड़नदस्ते के संयोजकों ने बताया कि इस वर्ष बोर्ड परीक्षाओं की व्यवस्था पिछले वर्षों की तुलना में काफी बेहतर रही। बोर्ड का केन्द्रीय कंट्रोल रूम परीक्षार्थियों के साथ-साथ फील्ड में कार्य करने वाले कार्मिकों की भी समस्याओं का त्वरित निवारण करने के लिए तत्पर रहा। संयोजकों ने जिला प्रषासन द्वारा परीक्षा केन्द्रों पर नियुक्त किए जाने वाले माइक्रोऑर्ब्जवर्स की नियुक्तियों में आंषिक सुधार के सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि निजी विद्यालय द्वारा बोर्ड परीक्षाओं के लिए मापदण्ड के अनुसार फर्नीचर उपलब्ध कराने में असहयोगात्मक रूख अपनाया जाता है। प्रषासक ने निर्देष दिए ऐसे विद्यालयों के विरूद्ध बोर्ड मान्यता नियमान्तर्गत कार्यवाही अमल में लाई जाए। बैठक में बोर्ड के सचिव अजय कुमार शुक्ला, मुख्य परीक्षा नियंत्रक आर.बी.गुप्ता और विषेषाधिकारी परीक्षा श्रीमती प्रिया भार्गव भी उपस्थित थी।

-राजेन्द्र गुप्ता, उप निदेषक (जनसम्पर्क)

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