जिला स्तरीय समीक्षा समिति एवं जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित

अजमेर। जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा ने कहा कि जिले के विकास में बैंकर्स की सक्रिय भागीदारी महत्वपूर्ण है। बैंकर्स आपसी समन्वय से कार्य कर सर्वांगीण विकास में महत्ती भूमिका अदा करते हुए निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति कर सकते हंै।
श्री देथा आज जिला कलेक्टे्रट सभागार में जिला स्तरीय समीक्षा समिति एवं जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक के दौरान बैंकर्स को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आमजन को समय पर योजनाओं का लाभ नहीं मिलने से उनका महत्व गौण हो जाता है, अत: बेंकर्स कृषक, पशुपालक, छात्रों, विकलांग, वृद्घजनों एवं विशेष योग्यजनों को सरकारी द्वारा प्रायोजित योजनाओं का समयबद्घ पूर्ण लाभ दिलवाना भी सुनिश्चित करे।
कलक्टर श्री देथा ने जमा-ऋण अनुपात मे कमी पर असंतोष जताते हुए बेंकर्स को उसमें वृद्घि हेतु आवश्यक कदम उठाने की बात कही। उन्होंने मुख्य बेंकिग आंकडों की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि नाबार्ड की योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है जिससे कृषि एवं डेयरी क्षेत्र में विकास की संभावनाओं को प्रबल किया जा सके। इस अवसर पर श्री देथा ने बैंक ऋणों की वसूली की प्रगति, किसान क्रेडिट कार्ड, स्वयं सहायता समूह को वित्त पोषण एवं लघु उद्यमियों को वित्त पोषण की समीक्षा की एवं सुझाव आमंत्रित किए।
इससे पूर्व अग्रणी जिला बैंक प्रबंधक श्री एल के सिंघल ने वर्ष 2013-14 की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की एवं सरकार द्वारा प्रायोजित कार्यक्रमों की मार्च 2014 तक कि प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि रिजर्व बेंक के मापदंडो के अनुसार न्यूनतम जमा-ऋण 60 प्रतिशत होना चाहिए लेकिन बेंकर्स 55.42 प्रतिशत के लक्ष्य तक ही सीमित रहे है जिसमें वृद्घि की काफी संभावनाएं है।
बैठक में नाबार्ड के प्रतिनिधि श्री पी बी खरबंदा, उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग श्रीमती विजयलक्ष्मी गौड समेत विभिन्न बेंकों के प्रतिनिधि उपस्थिति थे।