अजमेर। संभागीय आयुक्त श्री आर.के. मीणा ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों तथा चिकित्सकों से कहा है कि वे स्वाईन फ्लू जैसी बीमारी की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाएं और इस बीमारी से बचने के लिए आम लोगों को शिक्षित करें। उन्होंने कहा कि मौसम के तेजी से बदलते हुए रूख को देखते हुए स्वाईन फ्लू ने इस भयंकर गर्मी मेंं भी अपनी दस्तक दी है जिसे रोकने के लिए तत्काल प्रभावी कदम उठाने होंगे।
श्री मीणा आज अपने कक्ष में जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा, जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अशोक चौधरी, जेएलएन चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. पी.सी. वर्मा, कमला नेहरू चिकित्सालय के डॉ. राकेश गुप्ता, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गजेन्द्र सिंह सिसोदिया सहित अन्य चिकित्सकों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में स्वाईन फ्लू के आने वाले मरीजों की देखभाल के लिए अलग से ओपीडी शुरू को कहा जिससे ऐसे संदिग्ध मरीजों को तत्काल चिकित्सा मिल सकें।
श्री मीणा ने स्वाईन फ्लू के मरीजों को ऑइसोलेशन में पूरी सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए और यहां लगे ऐ.सी. आदि ठीक कराने को कहा जिससे मरीज को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिल सकें।
जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा ने कहा कि स्वाईन फ्लू रोग से बचाव किया जा सकता है बशर्ते आम लोगों को इससे बचने के उपाय मालूम हो। उन्होंने ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में एएनएम, आंगनबाडी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी के माध्यम से घर-घर जाकर इसका सर्वे कराने तथा पैम्पलेट से इस बीमारी से बचने के उपाय की जानकारी देने को कहा। उन्होंने ये भी कहा कि प्राथमिक एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य केन्द्र से रैफर किए जाने वाले ऐसे रोगियों की तत्काल जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में चिकित्सा शुरू की जाए जिससे वे शीघ्र स्वस्थ हो सके।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अशोक चौधरी ने बताया कि स्वाईन फ्लू की जांच इस चिकित्सालय में की जा रही है जिसकी रिपोर्ट भी उसी दिन प्राप्त हो जाती है जिससे मरीज को उपयुक्त चिकित्सा मिलना शीघ्र प्रारम्भ हो जाती है। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में इलाज कराने वाले रोगियों की जांच के सैम्पल अजमेर से बाहर बड़े शहरों में भेजे जाते हंै जिनकी रिपोर्ट आने में चार से पांच दिन का समय लग जाता है इससे मरीज को सही समय पर चिकित्सा नहीं मिल पाती। उन्होंने इस बात पर भी चिंता प्रकट की कि मरीज कई दिनों पश्चात चिकित्सालय में आते हैं जिससे उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सिसोदिया ने जिले के सभी प्राथमिक एवं केन्द्रीय चिकित्सा केन्द्रों पर चिकित्सालय के किए गए प्रबंधों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री राकेश जायसवाल भी मौजूद थे।