अजमेर / नाट्यवृंद थियेटर एकेडमी, अजमेर फोरम व इण्डोर स्टेडियम के संयुक्त तत्वावधान में 7 से 21 जून तक होने वाली 15 दिवसीय निःशुल्क ग्रीष्मकालीन ‘यूथ एक्टिंग वर्कशॉप (युवा अभिनय कार्यशाला)‘ की शनिवार 7 जून को दीप प्रज्जवलित कर शुरूआत करते हुए मुख्य अतिथि शिक्षाविद् व संस्कृतिकर्मी डॉ. मधुर मोहर रंगा ने कहा कि वर्तमान सांस्कृतिक प्रदूषण के वातावरण में राष्ट्र का भविष्य बनाने वाले युवाओं को कला के माध्यम से संस्कार देने वाली ऐसी कार्यशालाओं की महत्ती आवश्यकता है। नाट्यकला व्यक्तित्व विकास की सम्पूर्ण कला है। युवा नाट्यविधा के माध्यम से भरतीय संस्कृति का संरक्षण करते हुए देश और समाज को दिशा देने का काम करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं स्वामी अनादि सरस्वती ने गुरूवंदना से प्रारंभ करते हुए कला और ज्ञान के लिए गुरू के महत्व की चर्चा की। उन्होंने शिखर तक पहुंचे मोदी और डॉ कलाम का उदाहरण देते हुए कहा कि जीवन में कुछ श्रेष्ठ तभी मिलता है जब हम पूरी लगन, निष्ठा और जूनुन के साथ श्रेष्ठ करने की सतत साधना करते हैं। ईश्वर ने हमें जीवन के रंगमंच का पात्र बनाकर अपना श्रेष्ठतम कार्य प्रदर्शित करने के लिए भेजा है, गुरू के द्वारा हमंे वही करना चाहिए। विशिष्ट अतिथि डॉ. अनन्त भटनागर ने कहा किे नाटक जीवन कौशल सिखाता है तथा कंवलप्रकाश किशनानी व महेन्द्र विक्रम सिंह ने भी संबोधित किया। मार्गदर्शक डॉ. रमेश अग्रवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।
उद्घाटन के अवसर रंगकर्मी व वर्कशॉप निर्देशक उमेश कुमार चौरसिया द्वारा लिखित व निर्देशित नुक्कड़ शैली के नाटक ‘बोल जमूरे‘ का प्रभावी प्रदर्शन किया गया। नाटक में मदारी और जमूरे के मजेदार खेल के माध्यम से कहा गया कि अजमेर को सुन्दर और अनुशासित बनाने की जिम्मेदारी केवल प्रशासन की नहीं है, सभी नागरिकों की भी है। सड़क यातायात नियमों का पालन करने, अतिक्रमण नहीं करने व सार्वजनिक स्थानों को साफ-सुधरा रखने के प्रति नगर वासियों को जागरूक करने की दिशा में सस्वर गीतों से सजा यह नुक्कड़ नाटक अनूठा सार्थक प्रयास रहा। नाटक में हर्षुल मेहरा, अंकिंत शांडिल्य, रितिका गोयल, मुग्धा पांडे, सुधीर सतरावला, नितिश रावत, अभि चौहान, पावनी पांडे, निर्मल सहवाल, व अशोक कुमार ने प्रभावी अभिनय कर दर्शकों की खूब तालियां बटोरीं। संगीत हेमन्त शर्मा ने दिया। कृष्णगोपाल पाराशर ने प्रस्तुति व्यवस्था की तथा महीपाल का सहयोग रहा। संचालन सहसंयोजक डॉ. पूनम पाण्डे ने किया।
कल विशेष प्रशिक्षण- कल रविवार 8 जून को कार्यशाला के दौरान शाम 6 बजे व्यक्तित्व विकास के मास्टर ट्रेनर डॉ. रमेश अग्रवाल द्वारा ‘नाट्य कला और व्यक्तित्व विकास‘ विषय को लेकर प्रतिभागियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उमेश कुमार चौरसिया
निर्देशक व संयोजक
9829482601
