अजमेर। प्रख्यात संत वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्द्धमान सागर ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गौ सेवा मंत्रालय एवं गौ संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयास प्रशंसनीय हैं। देश के अन्य राज्यों को भी राजस्थान से सीख लेकर इसका अनुसरण करना चाहिए।
आचार्य श्री ने यह बात शुक्रवार को मदनगंज-किशनगढ़ में आयोजित ‘‘ वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्द्धमान सागर आचार्य पदारोहण रजतर्कीति महोत्सव’’ में कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गौ सेवा के क्षेत्रा में अनूठी पहल करते हुए गौ सेवा मंत्रालय गठित किया है। जो पूरे देश का अनूठा उदाहरण हैं। साथ ही सरकार द्वारा गौ संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। यह एक अनुकरणीय पहल है। देश के अन्य प्रदेशों को भी राजस्थान की तरह गौ सेवा मंत्रालय गठित करना चाहिए।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री औंकार सिंह लखावत ने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे की पहल पर राज्य में गौ संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए गौ सेवा मंत्रालय का गठन किया गया है। राजस्थान देश का पहला राज्य है जहां गौ सेवा मंत्रालय बना है। राज्य सरकार गौ संरक्षण के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है। आगामी दिनों में गौचर विकास बोर्ड का भी गठन किया जाएगा। राजस्थान में वर्षा ऋतु को छोड़कर शेष नौ महीनों के लिए चारे पर अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा।
श्री लखावत ने कहा कि गाय हमारी संस्कृति से जुड़ी है इसके संरक्षण के लिए प्राथमिकता के आधार पर गम्भीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। गायों पर अत्याचार से जुड़े कानूनों को आगामी दिनों में और अधिक कठोर बनाया जाएगा।
श्री लखावत ने आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने गौ संरक्षण के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
