पानी, बिजली, मौसमी बीमारियों,पेयजल व अकाल राहत कार्यो संबंधी साप्ताहिक बैठक आयोजित

अजमेर। जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा ने कहा कि वर्षा के दौरान स्वास्थ्य, बिजली, पेयजल संबंधी समस्याओं का त्वरित निदान कर आमजन को राहत पहुंचाने हेतु तत्पर रहे।
श्री देथा आज जिला कलेक्टे्रट सभागार में पानी, बिजली, मौसमी बीमारियों, पेयजल एवं अकाल राहत कार्योें संबंधी साप्ताहिक बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मॉनसून की शुरूआती वर्षा के साथ ही सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य विभाग मौसमी बीमारियों से रोकथाम हेतु दवाओं के स्टॉक, निशुल्क दवा वितरण, निशुल्क जांच आदि की व्यवस्था को सुदृढ रखे जिससे आमजन को समस्याओं का सामना ना करना पडे। श्री देथा जनाना अस्पताल रोड पर अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा लाईट्स लगाने, ब्यावर में दंत चिकित्सक हेतु एक डेन्टल चेयर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने ब्यावर के अस्पताल में 6 दवा वितरण केन्द्रों की व्यवस्था की सराहना करते हुए वहां पर स्टोर रूम को दुरूस्त करवाने एवं दवाओं हेतु रेक प्रदान करने के निर्देश भी दिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग सतर्क है। दवाओं के स्टॉक की निगरानी रखी जा रही है। अस्पताल में साफ-सफाई के प्रबंध भी किए गए है। उन्होंने ब्यावर में डेन्टल चेयर की मांग को पूरा करने पर सहमति दी।
श्री देथा ने मेडिकल हॉस्टल की सफाई, मेयो लिंक रोड के नाले की सफाई, अंधेरी पुलिया के नाले सफाई, कोली बस्ती के नाले से गंदगी व मलबा हटाने, कचहरी रोड पर बडे नाले की सफाई, ज्ञानविहार कॉलोनी से झाडियां हटाने के संबंध में नगर-निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए। नगर-निगम आयुक्त श्री नारायण लाल मीणा ने बताया कि शहर के लगभग सभी नालों की सफाई के कार्य को पूर्ण कर लिया गया है। एस्केप चैनल में भी सफाई कर दी गई है, जहां सफाई संबंधी शिकायतें प्राप्त हुई है उनका शीघ्र ही निदान कर दिया जाएगा।
जिला कलक्टर श्री देथा ने जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से टेंकर से पानी की सप्लाई में अनियमितता की शिकायतों पर रिपोर्ट ली। उन्होंने केकडी में पेयजल आपूर्ति को लेकर किए गए प्रदर्शन, केकडी व भिनाय पानी की टंकियों के निर्माण के बावजूद टंकियों के उपयोग ना संबंधी शिकायतों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में 930 व शहरी क्षेत्र में 101 टेंकर से पेयजल की सप्लाई की जा रही है। 495 हेडपंप दुरूस्त किए गए, 12 टंकियों की सफाई की गई एवं पानी का क्लोरिनेशन किया जा रहा है। इसके अलावा जो शिकायतें प्राप्त हुई है उनका प्राथमिकता से निस्तारण किया जाएगा।
श्री देथा ने अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारियों को वर्षा के मद्देनजर ढीले तारों को दुरूस्त करने, विद्युत पोल में करंट संबंधी शिकायतों का त्वरित निराकरण करने के निर्देश प्रदान किए। उन्होंने वैशालीनगर में विद्युत बिलों के वितरण में देरी एवं 2 हजार से अधिक लोगों को बिल वितरण नही किए जाने की शिकायत का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, आयुर्वेद विभाग समेत विभिन्न विभागों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की एवं जिले में सम्पर्क समाधान अभियान हेतु नियुक्त सेक्टर अधिकारियों से क्षेत्रवार जनसमस्याओं के संबंध मेें जानकारी ली।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेन्द्र सिंह राठौड, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री हरफूल सिंह यादव, अतिरिक्त जिला कलक्टर यशोदानन्दन श्रीवास्तव, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद श्री महेन्द्र शर्मा समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
जर्जर भवनों को चिन्ह्ति करे-देथा
आपदा प्रबंधन व सहायता संबंधी बैठक आयोजित
अजमेर। जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा ने कहा कि मॉनसून के दौरान किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचाव हेतु जर्जर आवासीय भवनों, सरकारी भवनों, विद्यालयों को चिन्ह्ति कर उनकी मरम्मत की जानी चाहिए। ऐसीे ईमारते जिनसे जान-माल का खतरा हो उन पर नियमानुसार कार्यवाही भी की जानी चाहिए।
जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा आज जिला कलेक्टे्रट सभागार में आपदा प्रबंधन व सहायता संबंधी बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होने शहर की घनी आबादी में मौजूद जर्जर भवनों के संबंध में नगर-निगम के अधिकारियों से जानकारी ली। साथ ही उन्होंने सरवाड के फतेहगढ में स्थित क्षतिग्रस्त विद्यालय के भवन के संबंध में भी अधिकारियों से चर्चा की। नगर-निगम आयुक्त श्री नारायण लाल मीणा ने बताया कि निगम द्वारा शहर में सर्वे कर जर्जर ईमारतों को चिन्ह्ति किया गया है। ऐसी ईमारतों पर समय-समय पर नियमानुसार कार्यवाही कर गिराया भी गया है।
श्री देथा ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को तालाबों, जलाशयों पर वर्षा आपदा प्रबंधन हेतु किए गए इंतजामों की जानकारी ली। उन्होंने तालाबों व जलाशयों पर रेत व सीमेन्ट केे कट्टे, रस्से, नावों के प्रबंध आदि की पुख्ता व्यवस्था के निर्देश दिए। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले के सभी तालाबों व बांधो का मौका मुआवना कर लिया गया है। आनासागर एस्केप चैनल गेट के समानान्तर चैनल गेट लगाने का कार्य भी प्रारंभ किया जा चुका है। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पेयजल आपूर्ति के पुख्ता प्रबंध किए गए है। बीसलपुर बांध मेे अगले वर्ष जुलाई माह तक पर्याप्त पानी मौजूद है, जिससे आपात स्थिति से निपटा जा सकेगा। पेयजल की पाईप लाईनों के लीकेज को भी दुरूस्त किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह सिसोंदिया ने बताया कि आपात स्थिति के दौरान अस्पताल मे अतिरिक्त बेड की व्यवस्था है। दवाओं का स्टॉक, निशुल्क जांच व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जा रही है। पशुपालन विभाग के अधिकारी ने बताया कि वर्षा के साथ ही भेड निष्क्रमण प्रारम्भ हो गया है। दवाओं का स्टॉक पूरा है, पश्ुाओं का वैक्सीनेशन का कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है।
इस अवसर पर कृषि, पुलिस, नगर निगम, पशुपालन, स्वास्थ्य, एवीवीएनएल, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने आपदा प्रबंधन हेतु कंट्रोल रूम स्थापित कर दी जा रही त्वरित सेवाओं की जानकारी भी प्रदान की। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेन्द्र सिंह राठौड, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री हरफूल सिंह यादव समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।