
अजमेर। जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा ने पुरातत्व की दृष्टि से सुप्रसिद्घ अजमेर की आनासागर पर स्थित बारहदरी, दरगाह के पास स्थित अढ़ाई दिन के झोंपडे की साफ-सफाई व सुरक्षा के इंतजाम करने के निर्देश दिए है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, पर्यटन, नगर निगम की भागीदारी इस कार्य के लिए होगी।
जिला कलक्टर की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। आनासागर बारहदरी को अधिक आकर्षक व साफ सुथरा रखने के लिए नगर निगम को जिम्मेदारी दी गई और बताया गया कि नावों के संचालन करने का स्थान पूरी तरह से साफ सुथरा हो। बारादरी के आसपास के क्षेत्र को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए आनासागर में वाटर स्पोटर्स की गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए जिसके लिए पर्यटन विभाग द्वारा कार्यवाही की जाएगी। पुरातत्व विभाग को बारहदरी की साफ सफाई व सुरक्षा, बारहदरी के क्षेत्र में आकर्षक पेड पौधे लगाने तथा बारहदरी क्षेत्र में पर्यटकों हेतु सुविधाओं का निर्माण उपयुक्त स्थान पर कराने की जिम्मेदारी दी गई। पर्याप्त रोशनी के लिए एलीडी लाईटस भी लगाई जाएगी।
जिला कलक्टर ने बताया कि जोधपुर मण्डल के अधीक्षण पुरातत्व विद ने बारहदरी की सुरक्षा हेतु चार व अढ़ाई दिन के झोंपडे की सुरक्षा के लिए तीन होमगार्ड भुगतान पर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। होमगार्ड के नियुक्त हो जाने के पश्चात सुभाष उद्यान से बारहदरी का गेट खोल दिया जाएगा।
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि ऐतिहासिक दिल्ली गेट की मरम्मत हेतु यहां संचालित पुलिस चौकी को अन्यत्र स्थापित किया जाए। बारहदरी एवं अढ़ाई दिन के झोंपडे पर एक इंच के पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए जिला कलक्टर ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने सभी अधिकारियों को 15 दिन में बैठक में लिए गए निर्णयों की पालना करने को कहा। बैठक में अतिरिक्त कलक्टर शहर श्री हरफूल सिंह यादव, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीक्षण पुरात्तवविद डॉ. पी.एस. रमन, भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण के वरिष्ठ संरक्षक सहायक डी.सी. शर्मा, के अतिरिक्त पर्यटन, नगर निगम तथा अजमेर संग्रहालय के अधिकारी व प्रतिनिधि मौजूद थे।