पुष्कर में कर रहे थे तफरी- पुलिस पांचो आरोपियों को कोर्ट में आज करेगी पेश
मदनगंज-किशनगढ़। किशनगढ के निकटवर्ती ग्राम खातोली में गांव में बुलाकर प्रेमी की हत्या करने के मामले में पुलिस ने आज हत्या के आरोपी पति पत्नि को भी गिरफतार कर लिया। पति भावता निवासी राजू व पत्नि सुनिता हत्या करने के बाद सददीक नामक चालक की गाडी में सवार होकर पुष्कर में घूमने चले गये थे जहां से पुलिस पति पत्नि व चालक सददीक को गिरफतार करके किशनगढ ले आयी व कार को जब्त कर लिया। गौरतलब है कि हत्या के मामले मे पुलिस ने राजू के दो सालो मुकेश व विनोद को पूर्व में ही हिरासत में ले रखा है अब पुलिस शुक्रवार को पाचों को अदालत मे पेश करेगी।
ये था मामला
पुलिस सूत्रो के अनुसार खातौली के जंगलो में बुधवार सुबह एक युवक का शव पडा मिला था। शव के पास पडे मोबाईल से शव की शिनाख्त भावता निवासी राजवीर सिंह पुत्र महेन्द्र सिह राजपूत निवासी भावता के रूप में हुई। पुलिस ने हत्या का मामला देखते हुए जांच में तत्परता दिखाते हुए मोबाइल की काल डिटेल खंगाली तो उसमें अन्तिम काल भावता निवासी महिला के फोन से आयी थी और इस दरम्यान उन नम्बरों पर कई बार बातचीत भी हुई थी। पुलिस ने काल की जानकारी ली तो खुलासा हुआ की तीन साल से मृतक व विवाहीता महिला के बीच अवैध सम्बन्ध चल रहे थे और पति को मालूम पडने पर उसने इसका विरोध भी किया था परन्तु हालात नहीं बदलने पर महिला रविवार को ग्राम खातोली आयी और मंगलवार को महिला का पति राजू बच्चों को साथ लेकर गांव आ गया और राजवीर सिंह को फोन करके बुलाया। जहां बाद मे उसकी हत्या कर शव व राजवीर की मोटरसाईकिल जंगल में फेंक दी थी । बुधवार सुबह ग्रामीणों ने जंगल में शव व मोटरसाईकिल को पडी देखा तो पुलिस को सुचना दी । सूचना पर मोके पर पहुची पुलिस ने शव के गले में रस्सी के निशान देखे तो हत्या का शक हुआ और बाद में शव की शिनाख्त होते ही हत्या का राजफाश हो गया।
राग अनुकुलता एवं द्वेष प्रतिकुलता में फलता है-आचार्य वर्धमान
मदनगंज-किशनगढ़। आप अपना भवन केसा भी बना लो, मार्बल हो या कांच का रज (धूल) तो आएगी। बिना रज हटाए स्वच्छता नही होगी। वैसे ही कर्म रज तो सबकी आत्मा में है, बिना उसके स्वच्छता के निर्मलता नही आएगी। उक्त उद्गार आचार्य वर्धमान सागर महाराज ने गुरूवार को जैन भवन में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहे। उन्होने कहा कि जिन्होने अपने कर्मो का नास किया वह घर से जागृत हो निकले है आडे होकर नही। राग अनुकुलता एवं द्वेष प्रतिकु लता में फलता है। ये दोनों ही दुखदाई है। राग एक पर वह व्यक्ति विशेष के प्रति होता है। वात्सल्य बहते झरने के समान निर्मल होता है। धर्मसभा में आर्यिका प्रशान्त मति माताजी ने सूत्र पर चर्चा कर अनित्य भावना का वर्णन करते हुए कहा कि जो उत्पन्न होता है उसका विनास नियम से होता है। परियाय दृष्टि से यहा कोई शासव्त नही है। हर समय हमारी आयु के निषेक खिरते जा रहे है। माताजी ने झगडें के तीन कारण जर, जोरू और जमीन का विस्तार पूर्वक वर्णन करते हुए धर्म की जानकारी दी। प्रात: श्रीजी का अभिषेक, शांतिधारा, नित्य निमय पूजन के साथ धर्म प्रभावना की जा रही है। दोपहर में स्वाध्याय, तत्व व धार्मिक चर्चा, सामयिक, प्रतिक्रमण का आयोजन होता है। सायं 6.45 बजे आरती, गुरू भक्ति के पश्चात आचार्यश्री द्वारा धर्म, ज्ञान, ध्यान, आराधना, संयम, त्याग की बातों से सभी को आशीर्वचन देते है। साथ ही प्रतिदिन एक त्याग का नियम देकर धर्म प्रभावना की जाती है। कार्यक्रमों में अनेक श्रावक श्राविकाए भाग ले रहे है।
सेठी बने अध्यक्ष
मुनिसुव्रतनाथ दिगम्बर जैन पंचायत की साधारण सभा का आयोजन अध्यक्ष भागचंद बोहरा की अध्यक्षता में की गई। जिसमें वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्धमान सागर महाराज चातुर्मास 2014 की कमेटी का गठन किया गया। जिसके अध्यक्ष पद पर कैलाशचंद सेठी कुचील को सर्वसम्मति से मनोनित किया गया। समिति के पदाधिकारियों के गठन का अधिकार नवनिर्वाचित अध्यक्ष सेठी को ही दिया गया। इस अवसर पर भागचंद बोहरा, राजेन्द्र बैद, पन्नालाल बडजात्या, चेतन प्रकाश पाण्डया, पारसमल पाण्डया, विनोद पाटनी, संजय पापडीवाल, अशोक बोहरा, प्रदीप दोसी, सुभाष सेठी, संजय पाण्डया, संजय जैन सहित अनेक सदस्य मौजूद थे।
अध्यात्मिक ध्यान शिविर 19 से
वात्साल्य वारिधि आचार्यश्री वर्धमान सागर अध्यात्मिक ध्यान शिक्षण शिविर का 19 जुलाई से आयोजन किया जाएगा। जिसकी तैयारिया प्रारम्भ कर दी गई है। संजय जैन के अनुसार जैन भवन में आयोज्य शिविर में जैन धर्म प्रवेशिका एक, दो व तीन भाग, छहडाला, द्रव्य संग्रह, गुणस्थान परिचय विषय पर शिक्षण दिया जाएगा। शिविर प्रात: 7 से 8 बजे, दोहपर 3 से 4 बजे एवं बच्चों के लिए सायं 6 से 7 बजे एवं रविवार को प्रात: 6 से 7 बजे तक आयोजित होगा।
रिमझिम बारीश का जमकर लुफत उठाया शहरवासियो ने
दिन भर चला बारीश का दौर, बार बार हुई अघोषित बिजली कटौती
मदनगंज-किशनगढ़। किशनगढ शहर मे सुबह से ही मानसूनी बारीश शुरू हुई जो दिनभर रिमझीम बारीश के रूप में अपना रंग दिखाती रही जिसके चलते शहरवासी जमकर लुफत उठाते नजर आये। गुरूवार को सुबह से ही आसमान पर बादलों ने अपना डेरा जमाया जो शाम तक जारी रहा वहीं शहर मे रूक रूक कर बारीश होती रही जिससे मौसम खुशनुमा हो गया और शहरवासीयो को गर्मी व उमस से निजात मिल गई। इस दौरान दिन भी बिजली ने अपनी आख मिचोली दिखाते हुए शहरवासीयों को परेशान रखा। दिन भर चली झमाझम बारीश के चलते शहर के कई हिस्सों में पानी भर जाने से परिषद की सफाई व्यवस्था की पोल खुलकर सामने आ गई जब कई जगह नाले ओवर फलो होकर सडक पर बहने लगें। वहीं निचली बस्तियो में मकानों में पानी भर जाने से लोग पानी को बाहर निकालने में लगे रहे।
अस्पताल की अव्यवस्थाओं के खिलाफ रोष
छात्रों व ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन, आन्दोलन की दी चेतावनी
मदनगंज-किशनगढ़। किशनगढ उपखण्ड के सबसे बडे अस्पताल यज्ञ नारायण अस्पताल से आम शहरवासीयों के साथ ही ग्रामीण व छात्र भी व्यथित नजर आ रहे है कुछ ऐसा ही वाक्या गुरूवार को अस्पताल में घटीत हुआ जब कुछ ग्रामीणों को अस्पताल में हो रही असुविधाओं के देखते हुए वही पर उपस्थित कुछ छात्र इस कदर व्यथित हुये कि वे ग्रामीणों की सहायता करते हुए अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर धरने प्रदर्शन पर उतर गये और अस्ताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को एक ज्ञापन पेश करते हुए शीघ्र कार्यवाही की मांग करते हुए तीन दिन का अल्टीमेटम भी थमा दिया। इस दौरान छात्रों व ग्रामीणों ने उपखण्ड अधिकारी को भी इस वाक्यें से अवगत कराते हुए शीघ्र व्यवस्था सुधारने की मांग की दी। मामला है अस्पताल में फैली अवयवस्थाओं का जब छात्र नेता राजेन्द्र चौधरी अन्य छात्रों के साथ अस्पताल मेडीकल कार्य से पहुचें तो देखा की कुछ ग्रामीण अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर परेशान हो रहे है और अस्पताल में एन्सथिया चिकित्सक व हडडी विभाग में खराब पडी मशीनों के कारण उन्हें भटकने पर मजबूर होना पड रहा है। इस बात को लेकर छात्रों ने अस्पताल के पीएमओं को एक ज्ञापन पेश कर शीघ्र व्यवस्थाऐं सुधारते हुए खराब पडी मशीनों को ठीक करवाने की मांग करते हुए परिसर में ही प्रदर्शन करने लग गये। आखिरकार समझााइश के बाद छात्रों ने ज्ञापन पर तीन दिन में कार्यवाही करने की चेतावनी देते हुए अपना धरना प्रदर्शन खत्म कर दिया। धरना प्रदर्शन के दौरान परिसर में मरीजों में अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया जो करीबन दो घन्टे बाद प्रदर्शन खत्म होने पर ही सामान्य हो पाया।
-राजकुमार शर्मा