भामाशाह व मनरेगा योजना क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश

जिला कलक्टर ने पहली बार वीडियो कांफें्रसिंग के जरिए उपखण्ड व विकास अधिकारियों को दिए निर्देश

भवानी सिंह देथा
भवानी सिंह देथा

अजमेर। जिला कलक्टर एवं जिला भामाशाह प्रबंधक श्री भवानी सिंह देथा ने जिले के सभी उपखण्ड एवं विकास अधिकारियों से कहा कि आगामी 16 अगस्त से शुरू हो रही भामशाह योजना से समाज के सभी वर्गों को जोड़ें। सभी जन प्रतिनिधि, नागरिक एवं प्रशासन से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी इस योजना को अपना मानकर जुड़ेंगे तभी समाज के सभी वर्गों को लाभ मिलेगा। उन्होंने अधिकारियों को भामाशाह योजना तथा मनरेगा के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए है।
जिला कलक्टर श्री देथा ने बुधवार को पहली बार कलेक्टे्रट स्थित राजस्थान सम्पर्क आईटी केन्द्र से वीडियो कांफे्रंसिंग के जरिए उपखण्ड अधिकारियों एवं खण्ड विकास अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने आगामी 16 अगस्त से शुरू होने वाली भामाशाह योजना के बेहतर क्रियान्वयन एवं तैयारियों के लिए उपखण्ड अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने सभी प्रभारी अधिकारियों को शिविर आयोजन से पूर्व सभी जरूरी तैयारियां पूरी करने के लिए निर्देशित किया गया है। शिविर आयोजन से पहले ही विभिन्न विभागों से संबंधित सभी आवश्यक कार्यवाही कर ली जाए। योजना से क्षेत्र के सभी जन प्रतिनिधियों एवं नागरिकों को जोड़े।
जिला कलक्टर एवं जिला भामाशाह प्रबंधक ने सभी उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनसे संबंधित शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर आयोजन से पूर्व इसका पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया जाए। सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग से संबंधित पेंशन एवं विकलांगता सर्वे समय रहते पूरा कर लिया जाए। राशन कार्ड एवं बैंकिंग से जुड़े सभी काम समय पूर्व निस्तारित कर लिए जाए ताकि शिविर के समय व्यवस्थाएं बनी रहे।
उन्होंने ने पीसांगन उपखण्ड अधिकारी श्री राजेन्द्र सारस्वत, मसूदा उपखण्ड अधिकारी श्रीमती अनुपमा टेलर सहित अन्य उपखण्ड व विकास अधिकारियों से भामाशाह योजना में अब तक की गई कार्यवाही की समीक्षा की व जानकारी ली। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि इस संबंध में कार्यवाही चल रही है तथा इसे शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। आगामी 16 अगस्त से भामाशाह योजना के शिविर शुरू कर दिए जाएंगे। जिसका कार्यक्रम तय कर दिया गया है।
जिला कलक्टर ने सभी विकास अधिकारियों से मनरेगा योजना पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए इससे जुड़े अधिकारियों का सक्रिय जुड़ाव आवश्यक है। अधिकारी अपना खेत अपना काम, मजदूरी का समय पर भुगतान एवं कामों की गुणवत्ता पर ध्यान केन्द्रित करें।
श्री देथा ने अधिकारियों को कहा कि मनरेगा के तहत व्यक्तिगत लाभ के काम शुरू करवाएं ताकि लोगों को योजना का सीधा लाभ प्राप्त हो सके। अपना खेत अपना काम, मॉडल तालाब व इसी तरह की अन्य योजनाओं पर फोकस देकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की अभिनव पहल के तहत शुरू किए गए वृक्षारोपण कार्यक्रम की सफलता के लिए यह सही समय है। हम प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर सभी सरकारी भवनों में वृक्षारोपण सुनिश्चित करें।
उन्होंने ने निर्मल भारत अभियान एवं श्री योजना के तहत कराए जाने वाले कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत कराए जाने वाले कार्य समयबद्घ एवं गुणवत्ता वाले होने चाहिए। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री एल.आर. गूगरवाल, उपखण्ड अधिकारी डॉ. राष्ट्रदीप यादव, ई-सुगम के प्रभारी अधिकारी श्री बजरंग सिंह चौहान, निक के प्रभारी श्री अंकुर गोयल, सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग की उप निदेशक श्रीमती विजयलक्ष्मी गौड़ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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