धर्मनगरी ब्यावर में बहेगी भागवत भक्ति सरिता

_DSC0539ब्यावर, 9 दिसंबर। जगद्गुरु शंकराचार्य निरंजनदेव तीर्थ की धार्मिक नगरी ब्यावर में पहली बार विशाल स्तर पर संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव समिति की ओर से आयोजित इस कथा को लेकर मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन का आयोजन हुआ। आयोजक माणकचंद जिंदल ने बताया कि ब्यावर में 11 से 18 दिसंबर तक संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन होगा। इसमें अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पूज्य रमेश भाई ओझा ‘भाईश्रीÓ कथा का अमृतपान कराएंगे। यह कथा अजमेर रोड स्थित नारायण आश्रम में दोपहर 2.30 बजे से सायं 6.30 बजे तक होगी। भाईश्री के परम शिष्य विमल भाई ने कहा कि ब्यावर की पावन धरा पर भाईश्री की सुमधुर वाणी में पहली बार भव्य कथा का आयोजन हो रहा है। इस कथा में संपूर्ण शहर, विभिन्न समाज व संगठन भागीदार बने हैं। महेंद्र सलेमाबादी ने बताया कि कथास्थल पर भव्य पाण्डाल के निर्माण को अंतिम रूप दिया जा रहा है। यहां वाटरप्रुफ डोम बनवाया जा रहा है। जिसमें 12 हजार से अधिक श्रोताओं के बैठने की व्यवस्था रहेगी। महिला-पुरूषों के लिए अलग-अलग बैठक व्यवस्था की जा रही है। वहीं बुजुर्गों के लिए सोफे व कुर्सियां भी लगवाई जाएगी। कथास्थल में आने वाले श्रोताओं को असुविधा से बचाने के लिए सुरक्षा के लिए पुख्ता बंदोबस्त रहेंगे। कथास्थल पर हर गतिविधि की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। पूछताछ व अन्य सुविधाओं के लिए कार्यालय से संपर्क किया जा सकेगा। सभी संयोजक वॉकी-टॉकी के जरिए संपर्क में रहेंगे। बाहर से आने वाले अतिथि श्रोताओं के लिए ठहरने व भोजन की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी। रमेश बंसल के मुताबिक कथा पांडाल में ठाकुरजी का आकर्षक दरबार सजाया जाएगा। प्रतिदिन व्यासपीठ पर भागवत पोथी का पूजन व आरती होगी। 15 दिसंबर को कृष्ण जन्म, 16 दिसंबर को गोवर्धन पूजा व 17 दिसंबर को श्रीकृष्ण रूकमणी विवाह उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। मीडिया प्रभारी सुमित सारस्वत ने बताया कि कथा के प्रथम दिन 11 नवंबर को प्रात: 8.30 बजे विशाल कलश व शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा। यह शोभायात्रा सुभाष उद्यान से प्रारंभ होकर गाजे-बाजे के बीच मुख्य मार्गों व बाजारों से गुजरते हुए कथास्थल पहुंचेगी। शोभायात्रा में 201 तुलसी कलश धारण किए महिलाएं, भजन मंडली, हाथी-घोड़े, सुमधुर स्वर लहरियां बिखेरता बैंड शामिल होगा। झांसी की रानी, महाराणा प्रताप व छत्रपति शिवाजी शौर्य व वीरता का संदेश देंगे। भगवान गणेश, राम दरबार, कृष्ण-सुदामा व शिव-पार्वती की झांकी आकर्षण का केंद्र रहेगी। आठ दिवसीय भव्य कथा आयोजन को सफल बनाने के लिए विभिन्न व्यवस्थाओं के तहत संयोजकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। शोभायात्रा संयोजक कमल मुरारका, नितेश गोयल, कलश संयोजक सुमित्रा जैथल्या, संगीता गर्ग, संतोष अग्रवाल, शिल्पा गर्ग, समता गोयल, नेहा जिंदल, झांकी संयोजक पं.मुकुंदशरण दाधीच, सुखदेव मित्तल, मंच संचालन रमेश बंसल, राधेश्याम डाणी, संत आवास आलोक गुप्ता, संदीप जैन, अतिथि आवास संयोजक संजय गर्ग, टीकमचंद गोयल, मीडिया प्रभारी सुमित सारस्वत, रामप्रसाद कुमावत, महेंद्र सलेमाबादी, कार्यालय संयोजक सुशील गर्ग, मिलन बुद्धिया, आशीष गोयल, महेश हेड़ा, रमेश शर्मा, जल वाटिका व चरण पादुका व्यवस्था संयोजक सुरेश शर्मा, डॉ. विवेक शर्मा को नियुक्त किया गया है। प्रतिदिन कथा के पश्चात् प्रसाद वितरण का दायित्व दादी परिवार न्यास, विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, दुर्गा पूजा महोत्सव समिति, भैरव भक्त मंडल, गौ सेवा मंडल, जीण माता सेवा संघ, प्रभातफेरी परिवार को सौंपा गया है।
भाईश्री का संक्षिप्त जीवन परिचय :
Ramesh Bhai Ojhaदेवका ग्राम (सौराष्ट्र) में ई.स.1957 में 31 अगस्त को औदिच्य ब्राह्मण कुल में पूज्य भाईश्री रमेश भाई ओझा का जन्म हुआ। बचपन में यज्ञ वेदी के बाल सुलभ खेल खेलते हुए आपने भारतीय संस्कृति की जलती हुई मशाल हाथ में लेकर विश्व में रामायण का मर्म व भागवत की भक्ति गंगा प्रवाहित करने में अपना जीवन समर्पित कर रखा है। पूज्य भाईश्री ने समस्त विश्व में ज्ञान यज्ञ के माध्यम से प्राप्त अनुदान स्वरूप प्राप्त राशि सामाजिक सरोकारों, वेद विद्या अध्ययन, संस्कार व संस्कृति प्रसार, गौ सेवा, नेत्रमणि रोपण, पोलियो संबंधी ऑपरेशन व विभिन्न सेवा यज्ञों में उपयोग कर रहे हैं। आप सत साहित्य प्रकाशन, तीर्थ भूमि नव संस्करण योजना (गोवर्धन परिक्रमा मार्ग का विकास), संस्कृति फाउंडेशन, हिन्दू धर्म विश्व कोष आदि के माध्यम से निरंतर सेवा के मार्ग पर अग्रसर हैं।

-सुमित सारस्वत
मीडिया प्रभारी
मो. 9462737273

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