सामूहिक आत्महत्या की खबर से पुलिस में मची खलबली

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पीदानसिंह (गोले में) अधिकारियों के सामने अपनी पीड़ा का इजहार करते हुए। (विकास वर्मा)

11 तक न्याय नहीं मिला तो परिवार सहित दी आत्महया कि चेतावनी
कलक्टर से राष्ट्रपति तक लगा चुका है चक्कर
अजमेर। मार्बल उद्योगपति के ईशारे व सगे दोनों भाईयों द्वारा पुलिस में मुकदमें दर्ज करवाकर प्रताडित किये जाने के मामले में न्याय मांग रहे एक पीडित व्यक्ति ने ऐसा है प्रोफाइल ड्रामा रचा कि करीब चार घंटे तक प्रशासन की साँसे ऊपर निचे होती रही। पूरे हंगामें का अंत तब हुआ जब पुलिस ने छत का दरवाजा तोड़कर मकान में प्रवेश किया।
अजमेर की सिविल लाइन थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि भोपो का बाड़ा इलाके में रहने वाले पीरदान सिंह ने अपने परिवार सहित आत्महत्या कर ली है। पुलिस को सूचना दी गयी कि इस मकान में आज सुबह से ही कोई हलचल नहीं है। दोपहर लगभग 12 बजे मिली इस सूचना ने पुलिस और प्रशासन के होश फाख्ता कर दिए। माना जा रहा था कि पीरदान और उस के परिवार के छह सदस्यों ने सम्भवत: आत्महत्या कर लिए है। पूरे परिवार की आत्महत्या की इस खबर के मिलते ही एडिशनल एसपी प्रवीण जैन मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीएम सिटी हरफूल सिंह को भी मौके पर बुलवा लिया गया। परिवार द्वारा आत्महत्या की आशंका के चलते ही अधिकारियों ने छत का गेट तोड़कर मकान में प्रवेश किया। इस बीच मौके पर भारी भीड़ जमा हो गयी। मामले का खुलासा हुआ तो हालात कुछ ओर निकले। दरअसल पीरदान सिंह ने न्याय मिलता नहीं देख अपने आप को मकान में बंद कर यह सारा ड्रामा रचा था। अंदर परिवार सकुशल था।

इनका कहना है
प्रशासन का ध्यान चाहता था
पीरदान सिंह लम्बे समय से कानूनी उलझनों में उलझा हुआ है। पीरदान सिंह का आरोप है की देश के एक प्रतिष्ठित मार्बल व्यवसायी ने उस का आर्थिक शोषण किया और उसके खिलाफ षड्यंत्र रच कर उसे और उस के परिवार के खिलाफ कई झूंठे मुकदमे दर्ज करवा दिए। न्याय मांग रहे पीरदान सिंह ने आज प्रशासन का ध्यान अपनी मांग की और खींचने के लिए ही एेसा किया।
-एएसपी प्रवीण जैन

11 जनवरी तक का आश्वासन मिला है
प्रशासन ने आज मामले में निष्पक्ष जांच और कार्यवाही का आश्वासन दिया है लेकिन यदि 11 जनवरी तक भी उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे आत्मघाती कदम उठाने में भी पीछे नहीं रहेगा।
-पीरदान सिंह (पीड़ित)

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