प्रदेश का सबसे ऊंचा पुल देगा मगरा व मारवाड़ को नई पहचान

रफ्तार बढ़ेगी, दूरियां घटेंगी: सेंदड़ा गांव में ब्यावर-पिंडवाड़ा फोरलेन पर बना आरओबी प्रदेश का सबसे ऊंचा पुल

प्रदेश के सबसे ऊंचे पुल का विहंगम दृश्य।  फोटो- ब्यावर न्युूज
प्रदेश के सबसे ऊंचे पुल का विहंगम दृश्य। फोटो- ब्यावर न्युूज

ब्यावर (हेमंत साहू)। ब्यावर शहर से महज सात किलोमीटर दूर सेंदड़ा में ब्यावर-पिंडवाड़ा फोरलेन पर बना आरओबी प्रदेश का सबसे ऊंचा पुल है। यह तकनीकी भाषा में वाया डक्ट पद्धति पर बना है। प्रोजेक्ट हैड नीरज बरुआ के अनुसार काम लगभग पूरा हो चुका है। उम्मीद है आगामी 2 माह में इस पर ट्रैफिक खोल दिया जाएगा। इस मार्ग पर ब्यावर से सेंदड़ा बर तक कई एक्सीडेंट जोन हैं। फोरलेन होने आरओबी बनने के बाद यह पूरी तरह खत्म हो जाएंगे। इस पुल के निर्माण से जोधपुरए पाली के अलावा सिरोही होते हुए गुजरात जाने वाले वाहनों की रफ्तार बढ़ जाएगी। सबलपुरा फाटक पर बार बार के जाम से मुक्ति मिलेगी। कई गांवों को बाईपास कर देने से वाहन चालकों का समय भी बचेगा दूरी भी घटेगी। सेंदड़ा को मारवाड़ संभाग के जिलों का एंट्री पॉइंट कहा जा सकता है। यहीं से जोधपुर, बाड़मेर जैसलमेर की राह खुलती है तो पाली, जालोर, सिरोही के साथ उदयपुर, गुजरात मार्ग भी इसी से जुड़ा है। भविष्य में यहां डबल डेकर ट्रेन मालगाडिय़ों के गुजरने की संभावना के कारण इसे इतना ऊंचा बनाया गया है। प्रोजेक्ट हैड बरुआ के अनुसार इस पुल की ऊंचाई 25 मीटर है तो लम्बाई 840 किलोमीटर है। पुल का निर्माण में 24 स्पॉन पर 194 गर्डर पर टिके हुए है। इसमें 10 स्टील के गर्डर भी लगे हुए है। यह पुल क्षैत्र में बदलाव की नई इबारत लिखेंगा।

1 thought on “प्रदेश का सबसे ऊंचा पुल देगा मगरा व मारवाड़ को नई पहचान”

  1. मेरे हिसाब से लंबाई 840 km गलत लिखने में आ गयी है । बाकि इसमें दोराय नहीं इंजीनियरिंग की बेमिसाल उपलब्धि जल्द ही अपने क्षेत्र के विकास को और आगे ले जायेगी ।

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