सैनिक वीरों को समर्पित कला अंकुर का कार्यक्रम उत्सर्ग

kala ankurनगर की संगीत एवं कला को समर्पित संस्था कला अंकुर द्वारा आज 10 जनवरी 2015 को जवाहर रंगमंच में स्वतंत्रता संग्राम एवं भारतीय सेना के वीरों को समर्पित देषभक्ति से परिपूर्ण गीतों एवं नृत्य का कार्यक्रम उत्सर्ग-2015 प्रस्तुत किया । कला अंकुर एवं जालौरी टेबलवंयर्स प्रा. लि. के संयुक्त तत्वावधान, आर.के.मार्बल ग्रुप एवं श्रीमती रंजना झा ;कनाडाद्ध के विषेष सहयोग से आयोजित कला अंकुर की चैरिटी श्रंृखला के इस काय्र्रक्रम उत्सर्ग-2015 में भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके परिवार के प्रति सामाजिक दायित्व का निर्वहन हेतु कला अंकुर द्वारा भूतपूर्व सैनिकों व उनके परिवारों के 1. जीमल अहमद, 2. श्रीमती रतनी देवी, 3. श्री दाउ सिंह, 4. श्री राम सिंह व 5. श्रीमती लाली देवी को आवष्यक सामग्री एवं आर्थिक सहयोग प्रदान किया गया।
गण्मान्य अतिथियों व कला अंकुर के पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के बाद अध्यक्ष आनन्द गार्गिया ने अतिथियों का स्वागत किया तथा संयोजक सुरेन्द्र सिंह शेखावत एवं सह सयोंजक श्रीमती वन्दना भटनागर ने संयुक्त उद्बोधन कर कार्यक्रम उत्सर्ग का परिचय एवं उसकी विषेषताओं पर प्रकाष डाला । संयोजक के अनुसार उत्सर्ग कार्यक्रम 1997 में  स्वतंत्रता के पचास वर्ष पूरे होने के अवसर पर प्रस्तुत कार्यक्रम उत्सर्ग का एक नवीकृत रूप है। कार्यक्रम का प्रारम्भ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की विषेषताओं से संबंधित आॅडियो-विजुएल प्रस्तुति से हुआ जिसके बाद प्रसिद्ध गीत जहां डाल-डाल पर सोने की चिडि़या पर आधारित आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया गया । कार्यक्रम में प्रस्तुत गीतों के बीच 1857 की क्रातिं से प्रारम्भ कर वर्तमान समय तक की सैनिक गतिविधयों से सम्बंधित आॅडियो-विजुअल सूचनाएं दर्षकों को स्वतंत्रता सग्रंाम एवं सैनिकों के बलिदान से गहरे भावनात्मक रूप से जोड़ गई। संरक्षक कमलेन्द्र झा की परिकल्पना में वे गीत चुने गए थे जिनमें देषभक्ति तथा सभी भारतीयों में भारत की स्वतंत्रता के प्रति समर्पण के भाव प्रखर रूप से प्रस्तुत किये गये थे । कार्यक्रम के प्रमुख गीत वो सुबह कभी तो आएगी, कर चले हम फि़दा, वन्दे मातरम्, अय मेरे वतन के लोगो, नन्हा मुन्ना राही हूं, संदेसे आते है, होके मजबूर मुझे उसने भुलाया होगा आदि गीतों ने श्रोताओं को देषभक्ति की भावनाओं में बांध दिया । गीतों की वृहद सूचि संलग्न है ।
संस्था के जनसंपर्क सचिव शरद गोयल ने बताया की कार्यक्रम के मध्य कला अंकुर के सह संरक्षक अनिल जैन ने गणमान्य अतिथियों तथा जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कमाण्डर बनवारी लाल को मंच पर आमंत्रित कर सभी भूतपूर्व सैनिकों को सामग्री एवं आर्थिक सहायता प्रदान करने का आयोजन किया । सहायतार्थ कार्यक्रम के उपरांत फिर से भावनात्मक गीतों के प्रस्तुतिकरण का सिलसिला प्रारम्भ हुआ गीतों के बोल तथा वर्णन की गई घटनाओं ने सभी दर्षकों को भावविभोर कर दिया । कार्यक्रम का विषेष आकर्षण नीमच से विषेष रूप से आई कला अंकुर की अत्यन्त लोकप्रिय गायिका रत्ना घाटे ;रत्ना कालेद्ध द्वारा प्रस्तुत गीत वन्दे मात्रम रहा, रत्ना 1998 तक कला अंकुर के प्रत्येक कार्यक्रम में अपनी मधुर एवं आकषर््ंाक आवाज़ तथा भारतीय संगीत पर गहरी पकड़ के कारण सभी श्रोताओं का मन जीत चुकी थी ।
कार्यक्रम में देषभक्ति से परिपूर्ण सभी गीतों एवं नृत्य के प्रस्तुतिकरण के लिये विषेष परिधान तथा राजीव शर्मा सांची बुटिक एवं उनकी टीम द्वारा की गई मंच सज्जा अत्यंत प्रभावषाली एवं भव्य थी। इस अवसर पर सभी श्रोताओं को विषेष रूप से प्रकाषित रंगीन एवं सचित्र फोल्डर वितरित किया गया जिसका सम्पादन श्रीमती कल्पना शर्मा ने किया था । शेखर-सतीष के निर्देषन में संगीत संयोजन तथा स्मिता भार्गव के निर्देषन में नृत्य अत्यंत मधुर एवं प्रभावषाली रहे । सभी दर्षक संगीत नृत्य और मंच सज्जा में डूब कर कार्यक्रम के दौरान जीवन की सभी उलझनों से दूर भावनाओं एवं संगीत में ऐसे खोए की कार्यक्रम के बाद उन्हें लगा कि इस कार्यक्रम को वे जीवनभर नहीं भूल पायेंगे।
प्री रिकार्डेड उद्घोषणाएं रवि शर्मा, माधवी स्टीफन एवं कल्पना शर्मा की आवाज़ में थी जो अत्यंत प्रभावषाली रहीं । कार्यक्रम में अनेक नई प्रतिभाओं व युवा कलाकारों ने प्रभावषाली प्रस्तुतियां दी ।
कार्यक्रम में जालौरी टेबलवंयर्स प्रा. लि. के श्री रिखब जालोरी, श्रीमती नीलम जालोरी एवं श्री सुनिल जालोरी, सी.आर.पी.एफ ग्रुप के आई.जी. श्री राजू भार्गव एवं नगर के गणमान्य नागरिक, संगीत प्रेमी श्रोता उपस्थित थे।
कार्यक्रम के उपरान्त नगर के विषिष्ट नागरिकों, पुलिस एवं सरकारी अधिकारियों ने कार्यक्रम की प्रषंसा करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुनः प्रस्तुत किया जाना चाहिए तथा अनेक विद्यालयों में इसकी रिकाॅर्डिंग दिखाने से छात्रों को स्वतंत्रता संग्राम एवं देषभक्ति की भावना से जोड़ा जा सकता है ।

विनीता चैहानद्
महासचिव

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