शहीद हेमू कालाणी का बलिदान हमें सदैव प्रेरणा देता रहेगा

hemu 1hemu 2अजमेर। भारतीय सिंधु सभा महानगर अजमेर द्वारा शहीद हेमू कालाणी  के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में एक रैली, गीत व श्रृद्धांजली का कार्यक्रम डिग्गी चौक हेमू कालाणी  चौक पर आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में स्वामी सर्वानन्द स्कूल, हरिसुन्दर बालिका विद्यालय व संत कंवरराम स्कूल के बच्चों ने अपने अपने स्कूलों से रैली निकाली जिसका संगम हेमू कालाणी  चौक पर हुआ। कार्यक्रम के प्रारम्भ में स्वामी सर्वानन्द स्कूल के अमित हरवानी ने देशभक्ति गीत हेमु तो वधायो भारत जो शान …….. खीना चंदवानी ने तोते नाज हा……….. हरिसुन्दर बालिका विद्यालय की निलिमा एवं रोशनी ने इस देश के पहरेदार हम ………….. केजी ज्ञानी ने हेमु तुहंजी जय जयकार जैसे गीतों की प्रस्तुति देकर सभी के मन में देशभक्ति के जोश का संचार कर दिया।
इस अवसर पर सिंधी सेन्ट्रल पंचायत के अध्यक्ष श्रीनरेन शाहाणी भगत ने हेमू कालाणी  के जीवन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सिन्ध प्रदेश के पुराने सक्खर (लुकमान) में पेसूमल कालाणी के घर 23 मार्च 1923 को वीर हेमू कालाणी का जन्म हुआ था। हेमू बचपन से ही बहुत वीर और साहसी थे। सात वर्ष की नन्हीं उम्र में ही वह अपने दोस्तों के साथ हाथ में तिरंगा झण्डा लेकर मुहल्ले मंे अंग्रेज फिरंगियों के खिलाफ नारे लगाया करते थे। एैसे वीर को समाज हमेशा याद रखेगा।
सिंधी शिक्षा समिति के अध्यक्ष भगवान कलवाणी ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जेल में हेमू कालाणी  को कोड़ों से पीटा गया उसे बर्फ की सिल्लियों पर सुलाया गया किन्तु उसके मुंह से एक शब्द नहीं निकला। उसे तो शहीद भगत सिंह की भांति सूली पर चढ़ना था। सूली पर चढ़कर ही उसने देश को आजाद कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
सिंधी समाज महासमिति अजमेर के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने बताया कि शहीद हेमू कालाणी  ने रेल रोकने की योजना बनाई उससे अंग्रेजी हुकुमत परेशान हो गई। अंत में उन्हें गिरफ्तार कर लिया तथा 21 जनवरी 1943 की सुबह शूरवीर हेमू कालाणी  को सक्खर सेन्ट्रल जेल के सूली स्थल पर लाया गया। आश्चर्य की बात यह है कि उस समय उसका वजन 7 पाउंड बढ़ गया। फांसी से पूर्व इंकलाब जिंदाबाद भारत माता की जय के उदघोष करते हुए भारत माता की माटी में हेमू कालाणी  शहीद हो गया। शहीद हेमू कालाणी  का बलिदान हमें सदैव प्रेरणा देता रहेगा।
भारतीय सिंधु सभा के प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमारी तीर्थाणी ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी हेमू कालाणी  के बलिदान से अंजान है। हिन्दी सहित भारतीय भाषाओं की पाठ्य पुस्तकों में इस सपूत का कोई जिक्र नहीं मिलता है। राज्यसरकारों को इस क्रांतिकारी वीर के स्मारक व जीवन पर सूचना तथा प्रसारण मंत्रालय को वृतचित्र दूरदर्शन आदि पर प्रसारित करने चाहिए जिससे देश की युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिले।
इस कार्यक्रम का संचालन मोहन कोटवाणी ने किया।  आभार महानगर अध्यक्ष मोहन तुलसियानी ने ज्ञापित किया। इस अवसर पर महानगर मंत्री महेश टेकचंदाणी वासुदेव कृपलाणी, तुलसी सोनी, जयकिशन हिरवाणी, पण्डित महेश मुदगल, केजी ज्ञानी, नरेन्द्र बसराणी, मुकेश आहुजा, ईसर भंभानी, रमेश लख्यानी, रमेश वलिरामानी, नारायण सोनी, रमेश गंगवानी व स्कूल के छात्र छात्राऐं व अध्यापकगण व महानुभाव ने हेमू कालाणी  के शहीदी दिवस पर पुष्पांजली अर्पित की।
महेश टेकचंदाणी 
महानगर मंत्री
9413691477
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