महिलाएं सीखें और आत्मनिर्भर बनें -श्रीमती भदेल

महिला एवं बाल विकास मंत्री ने किया म.द.स.विश्वविद्यालय में कम्प्यूटर प्रशिक्षण का शुभारम्भ
a1PROAJM Photo (2)अजमेर, 10 फरवरी। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि जीवन में आगे बढऩे के लिए महिलाओं को भी तकनीक का उपयोग करना सीखना होगा। महिलाएं कम्प्यूटर सीखकर आजीविका कमाने के साथ ही घरेलू कामकाज में भी इसका उपयोग कर सकती हैं।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती भदेल ने मंगलवार को महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय में विभाग की ओर से प्रायोजित निशुल्क आर.एस.सी.आई.टी. कम्प्यूटर प्रशिक्षण का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर आज के युग की अनिवार्यता बन चुका है। जीवन के हर क्षेत्र में कम्प्यूटर की उपयोगिता है। कम्प्यूटर सीखकर महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो सकती है बल्कि घरेलू कामकाज में भी उपयोग कर सकती है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार की सभी योजनाएं ऑनलाइन है। वर्तमान में ज्यादातर कामकाज ऑन लाईन हो रहा है । ऐसे में कम्प्यूटर की अनिवार्यता और ज्यादा बढ़ गई है। महिलाएं कम्प्यूटर सीखेगी और सक्षम बनेंगी तभी समाज आगे बढ़ेगा। उन्होंने महिलाओं से आग्रह किया कि पूरी तन्मयता के साथ कम्प्यूटर सीखें, ताकि इस प्रशिक्षण का लाभ मिल सकें।
श्रीमती भदेल ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में महिला सशक्तीकरण के प्रति पूरी तरह गम्भीर है। महिलाओं को सक्षम एवं सशक्त बनाने के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास किए जा रहे है। हाल ही में महिला एवं बाल विकास विभाग ने महिलाओं को सुरक्षित बनाने के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण भी शुरू किया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संभागीय आयुक्त डॉ. धर्मेन्द्र भटनागर ने कहा कि वर्तमान में महिलाओं को दिए जाने वाले प्रशिक्षण को रोजगार से जोडऩा आवश्यक है। उन्हें ऐसा प्रशिक्षण दिया जाए जो उन्हें रोजगार एवं आर्थिक सम्बल प्रदान करें। उन्होंने अजमेर संभाग में विश्वविद्यालय के जरिये इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की आवश्यकता जताई।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय प्रबन्ध केन्द्र के निदेशक प्रोफेसर बी.पी. सारस्वत ने केन्द्र की अब तक की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि केन्द्र अब महिला एवं बाल विकास विभाग के आई.टी. ज्ञान केन्द्र के रूप में रजिस्टर्ड है। इस केन्द्र के माध्यम से महिलाओं को बेहतरीन प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा।
कार्यक्रम को केन्द्र के उप निदेशक डॉ. आशीष पारीक एवं सहायक निदेशक डॉ. दीपिका उपाध्याय ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग की अतिरिक्त निदेशक मुक्ता अरोड़ा, श्री आर.एस.माथुर आदि भी उपस्थित थे। संचालन डॉ. संजना भटनागर ने किया । तीन महीने के इस प्रशिक्षण में 30 महिलाओं को निशुल्क आर.एस.सी.आई.टी. कम्प्यूटर प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा।

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