बोर्ड कर्मचारियों की कार्यषैली में अकाउन्टिब्लिटी हो

वासुदेव देवनानी
वासुदेव देवनानी

अजमेर। षिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि राजस्थान माध्यमिक षिक्षा बोर्ड की कार्य प्रणाली से प्रदेष के बीस लाख विद्यार्थी और उनके अभिभावक प्रत्यक्ष तौर पर प्रभावित होते हैं, इसलिए कर्मचारियों-अधिकारियों की कार्यषैली में अकाउन्टिब्लिटी का भाव हो। राजस्थान बोर्ड की कार्यशैली देष के षिक्षा जगत में अवल दर्जे की मानी जाती रही है। षिक्षा विभाग से जुडे़ राजस्थान षिक्षा बोर्ड सहित अन्य सभी निकायों में स्वायत्ता का भावना न होकर एक संगठित परिवार का भाव हो तो षिक्षा के क्षेत्र में तेजी से विकास होगा। षिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियो ंको समाज को न्यूनतम खर्च पर अधिकतम सुविधाऐं उपलब्ध कराने की दिषा में काम करना होगा।
श्री देवनानी बुधवार को राजस्थान माध्यमिक षिक्षा बोर्ड में अधिकारियों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगले सत्र की परीक्षाओं के लिए बोर्ड यह ध्यान रखे की विद्यार्थी को परीक्षा केन्द्र पहुंचने के लिए अधिकतम तीन-चार किलोमीटर की दूरी ही तय करनी पडे। इसके लिए बोर्ड सरकारी उच्च प्राथमिक विद्यालयों को भी परीक्षा केन्द्र के रूप में उपयोग कर सकता है। प्रदेष के कुछ बडे़ जिले यथा जैसलमेर, बाड़मेर में हो सकता है परीक्षार्थी को परीक्षा केन्द्र के लिए कुछ ज्यादा दूरी तय करनी पडे़।
उन्होंने कहा कि सकारात्मक पहलू है कि बोर्ड ने परीक्षा आवेदन सहित अन्य कई गतिविधियाँ ऑनलाईन कर दी हैं, जिनसे त्रुटियों की सम्भावना न्यून हो गई है। परन्तु विषाल भौगोलिक क्षेत्र वाले इस राज्य में विद्यार्थी को दस्तावेज प्राप्त करने के लिए बोर्ड कार्यालय के चक्कर न लगाने पडे़, इसलिए अन्य बोर्डों की कार्य प्रणाली का अध्ययन कर बोर्ड दस्तावेजों को भी ऑनलाईन जारी करने की व्यवस्था के संबंध में योजना को मूर्त रूप दिया जाए।
उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के दौरान उत्तरपुस्तिका संग्रहण केन्द्र पर उन्हीं कर्मचारियों को नियुक्त किया जाए जिनकी निष्ठा संदिग्ध न हो। उन्होंने बोर्ड अधिकारियों को निर्देष दिये कि राज्य के सभी उत्तरपुस्तिका संग्रहण केन्द्रों पर ऑनलाईन सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाये जाएं जिनका नियंत्रण सीधा बोर्ड कार्यालय मंे रहे। बोर्ड अध्यक्ष प्रो. चौधरी ने जानकारी दी इस वर्ष संवेदनषील और अतिसंवेदनषील परीक्षा केन्द्रोें पर बोर्ड ऑन लाईन सी.सी.टी.वी. कैमरे परीक्षा के दौरान पहली बार लगाने जा रहा है।
षिक्षा मंत्री ने बोर्ड अध्यक्ष से कहा कि प्रत्येक अधिकारी से मासिक प्रतिवेदन भरवाया जाए। बोर्ड के अधिकारियों ने चालू वित्तीय वर्ष में वित्तीय घाटे की जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि खर्चों को न्यून करने की दिषा में कारगार कदम उठाये जाएं और बोर्ड अनावष्यक गतिविधियों पर ध्यान केन्द्रित करने के स्थान पर परीक्षा प्रणाली को सुदृढ़ करने और परीक्षा मूल्यांकन व्यवस्था में सुधार करने की दिषा में ठोस कदम उठाये। बोर्ड अध्यक्ष ने षिक्षा मंत्री को बताया कि इस वर्ष से बोर्ड परीक्षा प्रवेष पत्र ऑनलाईन करने जा रहा है, जिससे डाक खर्चों में भारी कमी आएगी और साथ ही विद्यालयों से मंगाये जाने वाले सत्रांक व्यवस्था को भी ऑनलाईन किया जा रहा है, जिससे त्रुटि की संभावनाऐं नगण्य हो जाएगी। षिक्षा मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले में अल्प व्यय पर विद्यार्थी सेवा केन्द्रों की स्थापना की दिषा में योजना प्रस्तुत करें।
बोर्ड पहुंचने पर षिक्षा मंत्री श्री देवनानी का बोर्ड अध्यक्ष प्रो. बी.एल. चौधरी ने माल्यार्पण और साफा पहनाकर स्वागत किया। बैठक में बोर्ड सचिव महेन्द्र प्रकाष शर्मा, वित्तीय सलाहकार अमृत दबे, विषेषाधिकारी परीक्षा और मुख्य परीक्षा नियंत्रक श्रीमती प्रिया भागर्व, निदेषक गोपनीय जी.के.माथुर, उपनिदेषक श्री षिवषंकर अग्रवाल, घनष्याम मीणा और राजेन्द्र गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कर्मचारी संघ की ओर से अध्यक्ष सतीष जाटव और महामंत्री रणजीत सिंह राठौड़ सहित अन्य पदाधिकारियों ने भी षिक्षा मंत्री का माल्यार्पण कर स्वागत किया।

-राजेन्द्र गुप्ता, उप निदेषक (जनसम्पर्क)

error: Content is protected !!