बच्चों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार आवश्यक- अनिता भदेल

a bhadel 11अजमेर। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने कहा है कि बच्चों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार की आवश्यकता है और जिस संस्थान में व अध्ययन कर रहा है। उसे यह देखना चाहिए की उस बच्चें का भविष्य किस प्रकार बन सकता है। उन्होंने कहाकि किसी भी शिक्षण संस्थान में वहां अध्ययन करने वाले छात्र छात्राओं की संख्या के आधार पर उसकी गुणवत्ता नही आंकी जाती बल्कि उस संस्थान से निकलने वाले विद्यार्थी किस प्रकार अपने क्षेत्र में सेवा करके अपने समाज व देश को क्या देते है। इसे महत्वता दी जाती है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती भदेल रविवार की सांयकाल जवाहर रंगमंच पर आर्य भट्ट गु्रप ऑफ कॉलेजेज के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि इस शिक्षण संस्थान में कम समय में काफी प्रगति की है। इसके लिए यह बधाई की पात्र है।
श्रीमती भदेल ने कहा कि शिक्षण संस्थान में प्रवेश करने वाले विद्यार्थियों को वहां के शिक्षक जो विभिन्न फैकल्टी के रूप में जाने जाते है क्या देते है यह महत्वपूर्ण है। इसी से उस विद्यार्थी का जीवन आगे प्रगति करेगा और वह अपनी सेवाओं को अंजाम देगा। उन्होंने कहा कि हमारे लिए व चिकित्सक ज्यादा महत्वपूर्ण है जो सरल तरीके से उपलब्ध है और हमें चिकित्सा उपलब्ध कराता है। बड़े चिकित्सा संस्थान में कार्यरत चिकित्सक जिनकी फीस भी अधिक होती है उनके पास आम व्यक्ति का पहुंचना और उनसे चिकित्सा परार्मश लेने मुश्किल हो जाता है। सेवा क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्ति को इस और ध्यान देकर कार्य करने की आवश्यकता है और तभी संभंव है जब उसको शिक्षण संस्थान में प्रारम्भ से ही ऐसे संस्कार मिले।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने अकादमी क्षेत्र में उपलब्धियां अर्जित करने वाली छात्र-छात्राओं को पुरस्कार वितरित किए ।
विशिष्ठ अतिथि के रूप में जिला प्रमुख श्रीमती वंदना नोगिया ने विद्यार्थियों के जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए दिशा दी और इस शिक्षण संस्थान से निकलने वाले बच्चों के उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियां अर्जित करने वाले छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया।
संस्थान के निदेशक डॉ. शास्त्री ने सभी का स्वागत करते हुए एक वर्ष में संस्थान द्वारा अर्जित उपलब्धियों के बारे में बताया और कहा कि मात्र 9 विद्यार्थियों से प्रारम्भ हुआ यह संस्थान 11 वर्षों में तीन हजार विद्यार्थियों की संख्या तक पहुंच गया है।
इस मौके पर श्री संतोष गुप्ता द्वारा लिखित नाटक ”अमेज” भी प्रस्तुत किया गया। जिसका निर्देशन प्रसिद्घ रंगकर्मी श्री राजेन्द्र सिंह ने किया।

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