राजगढ़ मसाणिया भैरव धाम पर नषामुक्ति सेमीनार में उमड़ा जनसैलाब

1000DSC_5352DSC_9040अजमेर। निकटवर्ती ग्राम राजगढ़ स्थित श्री मसाणिया भैरव धाम पर पिछले 30 सालों से नषामुक्ति का चलाए जा रहे अभियान को मध्यनजर रखते हुए रविवार दिनांक 22 फरवरी 2015 को संवेदना रिसर्च फाउन्डेषन कोटा व सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ के संयुक्त तत्वाधान में डॉ. आर. सी. साहनी व उनके सहयोगियों द्वारा नषामुक्ति कार्यषाला का आयोजन सत्गुरूदेव श्री चम्पालाल जी महाराज व अजमेर सम्भाग के सम्भागीय आयुक्त श्री धमेन्द्र भटनागर के मुख्य आतिथ्य में हुआ।
कार्यक्रम का शुभारम्भ सभी आगुन्तक अतिथियों का भैरव भक्त मण्डल द्वारा माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। तत्पष्चात् कार्यषाला में पधारे सभी धर्मप्रेमी श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए सत्गुरूदेव श्री चम्पालाल जी महाराज ने आह्वान किया कि ‘‘अजमेर षहर स्मार्ट सिटी बनने जा रहा है लेकिन अजमेर षहर स्मार्ट सिटी कब बनेगा जब यहँा का नागरिक स्मार्ट बनेगा और नागरिक स्मार्ट कब बनेगा जब वह हर प्रकार के नषे का त्याग करेगा, अपने मंे अहम बदलाव लायेगा । नषा नाष का कारण है,नषा अपराध की जड़ है, नषे से परिवार बिगड़ता है, नषे से राष्ट्र बिगड़ता है। अजमेर षहर को स्मार्ट सिटी बनाना है तो सबसे पहले जनता को नषा मुक्त करना होगा और अधिक से अधिक रक्तदान करने के लिये प्रेरित करना होगा तभी हम अजमेर षहर को स्मार्ट सिटी बना सकेंगे’’।
डॉ. साहनी ने विडियो व्यूजल के माध्यम से उपस्थित सभी धर्मप्रेमी श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि शारीरिक, मानसिक रोग का कारण किसी न किसी प्रकार के नषे का व्यसन करना है। उन्होंने कहा कि महाराज श्री द्वारा धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं से नषा व व्यसन छुड़वाने हेतु संकल्प दिलाया जाता है जो कि सामाजिक व आर्थिक दृष्टि से परोपकार का कार्य है। उन्होंने कैंसर जैसी घातक आंतरिक बीमारियों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इस प्रकार की घातक बीमारियों की जड़ किसी न किसी भी प्रकार का नषा है। उन्होंने उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए महाराज श्री की प्रषंसा करते हुए बताया कि इस धाम पर पिछले 30 सालों से चलाए जा रहे नषामुक्ति अभियान में 11 लाख से अधिक व्यक्तियों को नषामुक्ति का संकल्प दिलाया जा चुका है जो कि अभूतपूर्व उदाहरण है। उन्होंने बताया कि अन्य संस्थाओं द्वारा इस प्रकार के अभियान चलाए जाते हैं लेकिन सफल नहीं होते लेकिन राजगढ़ धाम पर चलाए जा रहा नषामुक्ति का अभियान अब तक पूर्णतयाः सफल रहा है तथा भविष्य में भी यह अभियान अनवरत जारी रहेगा।
विकास कार्य हेतु दिया गया मांगपत्र
इस अवसर पर राजगढ़ मसाणिया भैरव धाम की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं की समस्त मूलभूत सुविधाओं को लेकर एक मांगपत्र श्री धमेन्द्र भटनागर, अध्यक्ष, अजमेर विकास प्राधिकरण को दिया गया।
कार्यषाला के मुख्य अतिथि सम्भागीय आयुक्त श्री धमेन्द्र भटनागर जी ने कार्यषाला की प्रषंसा करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि राजगढ़ मसाणिया  धाम पर चलाए जा रहे अभियान राज्य सरकार की भावना के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि चूंकि राजगढ़ धाम अजमेर विकास प्राधिकरण में आता है अतः इस धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधाओं को ध्यान मे ंरखते हुए शौचालय, डोरमेट्री, आवागमन हेतु सड़क निर्माण, विश्रामस्थली (ओपन शेड) आदि मूलभूत सुविधाओं का विकास अजमेर विकास प्राधिकरण की ओर से अतिषीघ्र किया जाएगा। उन्होंने महाराज श्री द्वारा चलाए जा रहे नषा मुक्ति, अधिक से अधिक रक्तदान करने के लिये प्रेरित करना, कन्या भ्रूण हत्या को रोकना, गौ माता की रक्षा तथा पर्यावरण को बचाने के लिये वृक्षारोपण जैसे चलाए जा रहे अभियानों की सराहना की।
इस अवसर पर सर्वधर्म मैत्री संघ के अध्यक्ष डॉ. प्रकाषचन्द जैन ने कहा कि राजगढ़ धाम सर्वधर्म एकता स्थल है तथा यहाँ सभी धर्मों के अनुयायी आते हैं।
नषा त्यागने के लिए उमड़ा भक्तों का सैलाब
रविवार को धाम पर मेले जैसा माहौल रहा तथा आए हुए लगभग पच्चीस हजार श्रद्धालुओं में से लगभग तीन हजार श्रद्धालुओं ने नषाक्ति का संकल्प लिया।
इस अवसर पर चिकित्सा विभाग द्वारा बालक-बालिकाओं को पोलियो की दवा भी पिलाई गई। इस कार्यषाला में पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री महेन्द्र चौधरी, डीवाई.एस.पी. श्री हरिप्रसाद सोमानी, राजगढ़ सरपंच रामदेव सिंह रावत, नसीराबाद सदर थानाप्रभारी श्री रामचन्द्र चौधरी भी उपस्थित थे।
अविनाष सैन
राजगढ़ धाम
मों. 9829223268
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