धार्मिक एवं आध्यात्मिक महत्त्वता पर व्यापारियों का मार्गदर्शन किया

bनव संवत्सर समारेाह समिति अजयमेरू द्वारा आज दिनांक 17 मार्च को पड़ाव स्थित संत कंवरराम धर्मशाला में व्यापारिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। इसमें महानगर संघचालक सुनील दत्त जैन मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम संयोजक व सहमंत्री बलराम हरलानी ने बताया कि मुख्य अतिथि ने नव संवत्सर को धार्मिक एवं आध्यात्मिक महत्त्वता पर व्यापारियों का मार्गदर्शन किया। आगामी 21 मार्च को अपने परिवार एवं मित्रों के साथ इस पर्व को हर्षोल्लास से मनाने का आवहान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरदार जोगेंदर सिंह ने की। इस संगोष्ठी में माणक चंद सिसोदिया, अजय थढानी, भारती श्रीवास्तव, वासुदेव सोनी, कंवलप्रकाश किशनानी, अनिश बंसल, मोहन तुलसियानी, जयकिशन पारवानी, राजेन्द्र घीया, तुलसी सोनी, देवेन्द्र गर्ग, आर.डी. थारवानी, प्रकाश जाजू, रमेश चेलानी, गोपाल खण्डेलवाल, दिलीप मूंदड़ा, आशीष गोयल व कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

महिलाओं एवं बालिकाओं को नववर्ष क्यों मनाना चाहिये – लीलामणी
aआज दिंनाक 17 मार्च नव संवत्सर समारोह समिति द्वारा शास्त्री नगर महिला सामुदायिक भवन में विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय सेविका समिति की श्रीमती लीलामणी जी का मार्ग दर्शन प्राप्त हुआ। उन्होने महिलाओं को 21 मार्च को अपना नववर्ष मनाने की अपील की इन्होने महिलाओं एवं बालिकाओं को नववर्ष क्यों मनाना चाहिये बताया। अंत में विनिता जैमन ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
कल दिनांक 18 मार्च को मथुरा प्रसाद गुलाब देवी विद्यालय में दोपहर 12ः30 बजे एवं सांय 06 बजे माकड़वाली तेजाजी चौक पर नव संवत्सर संगोष्ठीयां आयोजित की जायेगी।

विश्व प्रख्यात भारतीय संस्कृति को अपने जीवन व आचरण में डालने – निरंजन शर्मा
अजमेर 17 मार्च। विभाग प्रचार प्रमुख श्री निरंजन शर्मा, महानगर कार्यवाह श्री संजय शर्मा, महानगर शारीरिक प्रमुख राजेन्द्र पंवार, नव संत्वसर समारोह समिति ओम प्रकाश भडाणा की उपस्थिति में आज नव संत्वसर आज समारोह समिति के तत्वाधान में गुर्जर धरती व के.डी.ए.वी. विद्यालय में अलग संगोष्ठी आयोजित हुई। संगोष्ठी में युवा वर्ग व समाज व क्षेत्र के प्रमुख नागरिकों ने भाग लिया। कार्यक्रम के वक्ता श्री निरंजन शर्मा एवं संजय शर्मा ने नवसंवत्सर विभिन्न पहलुओ पर प्रकाश डालकर युवा वर्ग से भारतीय नववर्ष पर परिचर्चा की एवं उन्हें नवसंवत्सर के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी देते हुए आगामी 21 मार्च को नववर्ष के रूप में बनाने की अपील की। उन्होंने युवाओं को पाश्चात्य संस्कृति एवं भारतीय संस्कृति का तुलनात्मक अंतर बताते हुए विश्व प्रख्यात भारतीय संस्कृति को अपने जीवन व आचरण में डालने का आवाहन करते हुए भारत माता को पुनः विश्वगुरु एवं परम वैभव पर ले जाने के लिए युवाओं के योगदान को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए इस दिशा में अग्रसर होने का आवाहन किया।
इस अवसर पर महानगर शारीरिक प्रमुख श्री राजेंद्र पंवार ने भी नव संवत्सर के वैज्ञानिक, प्राकृतिक, ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्व प्रकाश डाला। उन्होने बताया आज से 2072 वर्ष पूर्व सम्राट विक्रमादित्य ने विदेशी हमलावर जाति शक को भारत की धरती से खदेड़कर अभूतपूर्व विजय प्राप्त की। उनकी इस विजयी को कीर्ति स्तम्भ के रूप में मानकर काल गणना को विक्रम संवत मना गया है। उन्होने बताया कि सम्राट युधिष्ठिर का राज्याभिषेक भी वर्ष प्रतिपदा के दिन ही हुआ था। इस अवसर पर नवसंवत्सर समारोह समिति के सहमंत्री ओमप्रकाश भडाना ने युवा वर्ग से वर्ष प्रतिपदा को हर्षोल्लास से मनाने की अपील की।

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