
इस अवसर पर के. जे. ज्ञानी ने हेमू तुहिंजी जय जय कार…………, मोहन कोटवाणी ने ओ देश जा बहादुरों उथो उथो उथो…………….. जैसे कई देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। सिन्धी शिक्षा समिति के अध्यक्ष भगवान कलवाणी ने कहा हेमू कालाणी ने बाल्यकाल से देशभक्ति का जज्बा जो मन में संजो कर अपनी टोली को जोड़ कर भारत माता को आजाद कराने का सपना देखा था, उसी के लिए मर मिटने की कसम खाई व बाल्यकाल में मात्र 19 वर्ष की आयु में फांसी के फंदे को गले से लगा कर राष्ट्र रक्षा की प्रेरणा देकर गया। वैशाली सिन्धी सेवा समिति के सचिव प्रकाश जेठरा ने घर-घर हेमू कालानी के बलिदान की जानकारी पहुंचाना ही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि है। इस अवसर पर शहीदे आजम वीर सपूत भगत सिंह, राजगुरू व सुखदेव के शहीद होने के अवसर पर दो मिनट मौन रख कर उनको श्रद्धांजलि दी गई। सभा के अध्यक्ष मोहन तुलसियाणी व महेश टेकचन्दाणी ने बताया कि कार्यक्रम के प्रारम्भ में माता की आरती हेमू कालाणी की मूर्ति पर पुष्पमाला व श्रद्धांजलि दी गई।
इस मौके पर पूज्य झूलेलाल जयन्ती समारोह समिति के समन्वयक कवंलप्रकाश किशनाणी, महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, पार्षद खेमचन्द नारवानी, नारायण सोनी, लक्षमणदास दौलताणी, तुलसी सोनी, ताराचन्द राजपुरोहित, घनश्याम तेजवानी, भगवान कोटाई, चन्द्रप्रकाश भोजवाणी,जयकिशन लख्याणी, दिलीप भूराणी, रमेश वलीरामाणी, ललित ऐनाणी, राजेश गिदवाई, महेश पुजारी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कल का कार्यक्रम
पूज्य झूलेलाल जयंती समारोह समिति के समन्वयक कंवल प्रकाश किशनाणी ने बताया कि मंलगवार, 24 मार्च को शाम को छह बजे स्वामी कॉम्पलैक्स पर सिन्धी समाज महासमिति की ओर से लाडा, चटाभेटी और छेज के साथ अंताक्षरी का कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम के संयोजक श्री हरी चंदनाणी होंगे।
कंवल प्रकाश किशनानी
समन्वयक
9829070059