कलक्टर ने रूपनगढ व सुरसुरा में की जनसुनवाईः जनसमस्यों के निस्तारण के दिए निर्देश
अजमेर, 07 अप्रेल। जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक ने कहा कि अधिकारी जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु सजग होकर कार्य करें एवं आमजन को राहत प्रदान करें।
डाॅ. मलिक आज उपखण्ड रूपनगढ एवं ग्राम पंचायत सुरसुरा स्थित अटल सेवा केन्द्र में आयोजित जनसुनवाई में अधिकारियों को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन आमजन की समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु प्रतिबद्ध है, जिसके तहत विभिन्न जनसुनवाई कार्यक्रमों के माध्यम से जनता की समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है। पंचायत, उपखण्ड व जिला स्तर पर नियमित जनसुनवाई के कार्यक्रम आयोजित कर जनसमस्याओं को आॅनलाईन पोर्टल राजस्थान सम्पर्क पर दर्ज किया जाता है। उक्त पोर्टल पर दर्ज समस्याओं के निस्तारण की प्रगति एवं कार्यवाही की आॅनलाईन माॅनिटरिंग जिला व प्रदेश स्तर पर की जा रही है।
उन्होंने रूपनगढ व सुरसुरा में ग्रामीणों की पेयजन, विद्युत, पेंशन, आवासीय पट्टे जारी करने, चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने, सडक निर्माण, विद्यालय को क्रमोन्नत करने, पशु चिकित्सक की व्यवस्था करने आदि विभिन्न जनसमस्याओं को सुना एवं उनके निस्तारण हेतु संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। रूपनगढ में आयोजित जनसुनवाई के दौरान कुल 35 परिवेदनाएं प्राप्त हुई, जिनमें से कुछ ंका मौके पर ही निस्तारण किया गया। रूपनगढ बीसलपुर के पानी की आपूर्ति, सडकों के निर्माण व मरम्मत एवं ओलावृष्टि से प्रभावित कृषकों की मुआवजा संबंधी परिवेदनाओं को सुनकर उनका त्वरित निस्तारण का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा की बेमौसम वर्षा व ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को फसलों का उचित मुआवजा दिलवाया जाएगा।
इसी प्रकार सुरसुरा में आयोजित जनसुनवाई में पशु चिकित्सक की नियुक्ति एवं जीएसएस निर्माण हेतु भूमि आवंटन की मांग पर मौके पर ही संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश देकर त्वरित राहत प्रदान की। इस अवसर पर ग्रामवासियों ने अतिक्रमण, पेंशन, पेयजल आपूर्ति समेत विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया, जिस पर कलक्टर डाॅ. मलिक ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को उक्त समस्याओं का एक सप्ताह के भीतर निस्तारण करने के निर्देश दिए।
इस मौके पर अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद श्री जगदीश चन्द्र हेडा, उपखण्ड अधिकारी श्री हरिसिंह लम्बोरा, विकास अधिकारी श्री रणजीत सिंह चैधरी, तहसीलदार, सरपंच, पटवारी ग्रामवासी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।