अजमेर। उपभोक्ताओ की सुविधा हेतु अजमेर डिस्काॅम मंे विद्युत संबंधी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए नाका मदार अजमेर में उपभोक्ता सेवा केन्द्र को निगम के प्रबंध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा ने पुनः प्रारंभ किया। यह केन्द्र 24 घंटे कार्य करेगा।
प्रबंध निदेशक ने इस मौके पर बताया कि इस सेवा केन्द्र पर डिस्काॅम क्षेत्र के 11 जिलों के विद्युत उपभोक्ता अपनी विद्युत संबंधी हर समस्या दर्ज करवा सकेगें। इसके लिए उन्हें उपभोक्ता सेवा केन्द्र का दूरभाष संख्या 1800-180-6565 पर अपनी समस्या/शिकायत दर्ज करानी होगी, जिसका नियत समय में निस्तारण कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नियत समय पर समस्या का निस्तारण नहीं होने पर इसकी सूचना उपभोक्ता सेवा केन्द्र द्वारा संबंधित उच्चाधिकारियांे को प्रेषित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय द्वारा विद्युत संबंधी समस्याओं के लिए निर्धारित राष्ट्रीय टोल फ्री नम्बर 1912 से भी इस उपभोक्ता सेवा केन्द्र को जोड़ने के प्रयास किए जा रहे है जिसे इसी माह के अंत तक जोड़ दिया जाएगा।
इस मौके पर मुख्य अभियंता (आई.टी.) श्री डी.के. शर्मा ने बताया कि इस उपभोक्ता सेवा केन्द्र पर उपभोक्ता अपनी हर विद्युत संबंधी समस्या को दर्ज करा सकता है जिसमें बिजली बंद होने की शिकायत भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं के विद्युत बिलों पर ज्ञ नम्बर उपलब्ध करवाया गया हैं। उपभोक्ता अपनी शिकायत दर्ज करवाते समय अपना ज्ञ नम्बर भी बताते है तो शिकायत दर्ज करने में सुविधा होगी।
इस अवसर पर निगम के अधीक्षण अभियंता (आई.टी.) श्री सी.पी. गांधी, अधीक्षण अभियंता (एमएण्डपी) श्री ए.के. जागेटिया, टी ए टू एम डी श्री मुकेश बाल्दी, सहायक अभियंता (आई.टी.) श्री जाग्रत गुप्ता सहित समस्त वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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57 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी
अजमेर, 7 अप्रेल। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा के निर्देशानुसार सतर्कता दलों द्वारा बिजली चोरी रोकने के लिए की गई प्रभावी कार्यवाही के तहत मंगलवार को विभिन्न वृत्तांे के 59 स्थानों पर छापामार कार्यवाही की जाकर कुल 57 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर कुल 7 लाख 17 हजार रूपए का राजस्व वसूली का निर्धारण किया गया।
निगम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) श्री राममूर्ति जोशी ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए 7 अप्रेल को की गई कार्यवाही के तहत बिजली चोरी के सामने आए मामलों में अजमेर वृत्त में 3 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए 18 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। नागौर वृत्त में 34 स्थानों पर जांच कर 32 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए 2 लाख 86 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया।
उन्होंने बताया कि सीकर में 3 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए 2 लाख रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। चित्तौड़गढ़ वृत्त में 15 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए एक लाख 50 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया तथा राजसमंद वृत्त में 4 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए 63 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। इसी दिन प्रतापगढ़ वृत्त में कुल 3 मोबाइल टावरों की भी जांच की गई।
विद्युत थानों द्वारा की गई कार्यवाही:-
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) श्री राममूर्ति जोशी ने बताया कि मंगलवार को विद्युत चोरी निरोधक पुलिस थानों में विद्युत चोरांे के खिलाफ कार्यवाही कर 11 प्रकरण दर्ज कर पिछले सहित 11 प्रकरणों का निस्तारण कर एक लाख 21 हजार 734 रूपए का जुर्माना वसूल किया गया।
उन्होंने बताया कि अजमेर में एक प्रकरण का निस्तारण कर 9 हजार 516 रूपए का जुर्माना वसूल किया गया जबकि किशनगढ़ में एक प्रकरण का निस्तारण कर 53 हजार 522 रूपए का जुर्माना वसूल किया गया। वहीं नागौर में एक प्रकरण में 7 हजार 255 रूपए, झुंझुनूं में 2 प्रकरणों में 12 हजार 407 रूपए, सीकर में एक प्रकरण में 5 हजार 392 रूपए, रींगस में एक प्रकरण में 8 हजार 254 रूपए, बांसवाड़ा में 3 प्रकरणों में 10 हजार 827 रूपए तथा सलूम्बर में एक प्रकरण में 14 हजार 561 रूपए की राशि वसूल की गई।
निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक 18 को
अजमेर, 7 अप्रेल। अजमेर विद्युत वितरण निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की समीक्षा बैठक 18 अप्रेल शनिवार को प्रातः 11.00 बजे प्रबंध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा की अध्यक्षता में पंचशील स्थित मुख्यालय भवन के सभागार में होगी।
निगम की कम्पनी सचिव श्रीमती नेहा शर्मा ने बताया कि बैठक में बकाया समस्याओं के निस्तारण की स्थिति, अध्यक्ष डिस्काॅम्स एवं प्रबंध निदेशक अजमेर डिस्काॅम द्वारा जारी निर्देशों की अनुपालना की स्थिति, उपखण्ड़वार राजस्व वसूली समीक्षा, टी एण्ड सी लोसेज, अदालतों में चल रहे मामलों की स्थिति, सतर्कता जांच, खराब मीटर बदलने की प्रगति, एफआईपी, एसआईपी, आरएपीडीआरपी, जीपीवीवीवाई, आरजीजीवीवाई योजनाओं का प्रगति सहित अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर समीक्षा की जाएगी।