-भगवान सिंह- जवाजा। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने तीन लाख रुपए से ज्यादा की राशि गबन करने मामले में थानेटा ग्राम सचिव ओलादर के पूर्व सरपंच को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को कोर्ट ने जेल भेज दिया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महावीर सिंह राणावत ने बताया कि पंचायत समिति भीम की ग्राम पंचायत थानेटा के ग्राम सचिव बृजेश कुमार सिंह पुत्र जगदीश सिंह राजपूत तथा ओलादर के पूर्व सरपंच पन्नालाल उर्फ पन्नाराम भील पुत्र सूरता भील को गिरफ्तार किया है। बृजेश पूर्व में ओलादर का ग्राम सेवक पदेन सचिव रह चुका है। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया।
यह था मामला
ग्राम पंचायत ओलादर की साल 2010 में ऑडिट हुई थी। ऑडिट में यह बात सामने आई कि साल 2008 में सड़क सहित अन्य कार्य पक्के निर्माण कार्य कराए थे। वे निर्माण कार्य या तो हुए ही नहीं। हुए भी तो पूरे नहीं हुए, जबकि रिकॉर्ड में भुगतान पूरा दिखाया गया था। यह भुगतान दोनों आरोपियों ने किए थे। ऑडिट में 3 हजार 23 हजार 448 का गबन पाया गया। इसको लेकर साल 2011 में धारा 13 1 सी डी, 13 2 पीसी एक्ट 1988 एवं 409, 420, 467, 468, 471, 477 सहपठित धारा 120 बी आईपीसी में केस दर्ज हुआ था। तभी से ही जांच चल रही थी। जांच में दोष प्रमाणित होने पर ब्यूरो ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
झाक सरपंच फ र्जी दस्तावेज तैयार कर के नामांकन भरा
जवाजा। झाक सरपंच साजिया बानो पुत्री शहाबुदीन खान पत्नी यासीन काठात ने नामांकन पत्र में खुद की उम्र 21 साल बताते हुए अपनी जन्म तारीख 20 अगस्त 1993 बताया। जबकि सूचना के अधिकार के तहत सामने आए शैक्षिक दस्तावेजों में उसकी असल जन्म तारीख 20 अगस्त 1996 अंकित है। उम्र में तीन साल की बढ़ोतरी करने के लिए साजिया बेगम ने रूपनगर के मदरसा काठात चिल्ड्रन पब्लिक प्राथमिक स्कूल का संशोधित जन्म प्रमाण पत्र, जिला स्तरीय परीक्षा संचालन समिति, डाइट.मसूदा से जारी करवाई गई कक्षा 8वीं की संशोधित अंक तालिका प्रमाण पत्र, पुष्पताज पब्लिक स्कूल रूपनगर की कक्षा 8वीं पास टीसी की डुप्लीकेट कॉपी पेश की। जिसमें उसके जन्म की तारीख माह को छोड़ कर सन 1993 दर्शाया गया। जबकि मसूदा डाइट से जारी हुई कंप्युटरीकृत मूल अंकतालिका स्कूल प्रधानाध्यापक द्वारा जारी प्रमाण पत्र, स्कूल के स्कॉलर रजिस्टर पुष्पताज पब्लिक स्कूल रूपनगर की मूल टीसी में उसकी जन्म तारीख 20 अगस्त 1996 अंकित है। लेकिन चुनाव से पहले अपने स्तर पर शपथ पत्र देकर नामांकन से पहले जन्म तारीख में संशोधन करा कर 18 की उम्र को 21 में तब्दील करा लिया।
मसूदा पंचायत समिति की झाक ग्राम पंचायत का सरपंच बनने के लिए साजिया बानो ने अपनी उम्र को तीन साल बढ़ा दिया।
निर्वाचन विभाग के नियमों के मुताबिक सरपंच पद का चुनाव लडऩे के लिए प्रत्याशी की उम्र 21 साल होना जरूरी था। लेकिन साजिया बानो की उम्र 18 साल ही होने के कारण उसका चुनाव लडऩा संभव नहीं हो रहा था, इस पर उसने खुद को 21 साल की उम्र का बताने के लिए नामांकन से ऐन वक्त पहले अपनी उम्र में 3 साल बढ़वा कर फर्जी दस्तावेज प्रमाण पत्र तैयार करके नामांकन भर दिया। पंचायत के ही रावला बाडिय़ा निवासी एक युवक अनवर काठात ने जब उसकी जन्म तारीख का पता लगाने के लिए आरटीआई कानून की मदद लेकर दस्तावेजों की सत्यता को खंगाला तो सामने आई हकीकत ने इस फर्जीवाड़े का खुलासा कर दिया। 10वीं पास होने के बावजूद खुद को बताया 8वीं पास चुनाव लडऩे से पहले साजिया बानो ने नामांकन पत्र में खुद को 8वीं पास बताते हुए संशोधित उम्र वाले दस्तावेज आदि निर्वाचन अधिकारी के समक्ष बतौर सबूत पेश किए। लेकिन साजिया बानो ने पुष्पताज पब्लिक स्कूल से 8वीं कक्षा पास करने के बाद सन 2010 में रूपनगर की राजकीय माध्यमिक स्कूल में कक्षा 9 में प्रवेश लिया। जिसमें उसने अपनी जन्म तारीख 20 अगस्त 1996 बताई। कक्षा 9 पास करने के बाद उसने सन 2012 में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान से 10वीं कक्षा भी पास कर ली। इन रिकॉर्ड में साजिया बानो के माता.पिता का नाम वास्तविक जन्म दिनांक समान है।
‘नामांकन पत्र के साथ जो दस्तावेज पेश किए गए थे, वह बिल्कुल सही है। शिकायत के साथ जो दस्तावेज पेश किए गए वह गलत है। मैंने कक्षा 8 तक ही पढाई की है। मैंने 10वीं कक्षा नहीं पढ़ी। झूठी शिकायत की गई है।
साजिया बानो सरपंच
‘मैंने सूचना के अधिकार का उपयोग करते हुए सरपंच साजिया बानो के रिकॉर्ड को निकलवाया। जिसमें साफ हो चुका हैं कि उसने अपनी जन्म तारीख में तीन साल का फर्जीवाड़ा किया और 10वीं पास होने पर भी जानबूझ कर खुद को 8वीं पास ही बताया।
अनवर काठात शिकायतकर्ता