

दुबई से आए अन्तर्राष्ट्रीय हस्तरेखा विशेषज्ञ दादा अशोक भाटिया ने रविवार को सुबह सूफीसंत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की बारगाह पहुंचे जहां उन्होंने खादिम जकरिया गुर्देजी की सदारत में आस्ताना ए औलिया में मखमली चादर और अकीदत के फूले पेशकर अमनो अमान और तरक्की की दुआ मांगी। उनके साथ उनके परिवारजन और ईष्ट मित्र भी मौजूद रहे । जकरिया गुर्देजी ने दादा भाटिया को ख्वाजा साहब की दरगाह का स्मृति चिन्ह, इत्र और दस्तारबंदी कर सम्मान किया। इस मौके पर कंवल प्रकाश किशनानी, ईसर बम्बानी, भवानी थदानी, हरीष खेमानी सहित कई लोग मौजूद रहे।
कंवल प्रकाश किशनानी
अध्यक्ष
सिंधी समाज महासमिति अजमेर
9829070059