केसरगंज, अजमेर स्थित परोपकारिणी सभा नेपाल- भारत में भूकंप पीड़ितों की सहायता के लिए अपना राहत दल भेज रही हैं| जैसा कि विदित है पिछले दिनों आए भूकंप से वहाँ अपार जन-धन की हानि हुई है और विपत्तियों में फंसे लोगों को तुरन्त सहायता की आवश्कता हैं|
सभा के प्रधान डॉ.धर्मवीर ने बताया की सभा के तीन उद्देश्यों में से एक दीन-दुखी मानव की सेवा करना है, इन्ही उद्देश्यों को लेकर आर्यसमाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द ने 1882ई. में सभा की स्थापना की थी,अतः दीन-दुखियों की सेवा के लिए संस्था ऐसी प्राकृतिक आपदाओं में अपने पूरे सामर्थ्य से राहत कार्य करती रही हैं |
अपने पिछले राहत कार्य में सभा ने जून 2013 की बाढ़ में नष्ट हुए उत्तराखण्ड में अपने 7 कार्यकर्ताओं (गुरुकुल के ब्रह्मचारियों) का दल भेजा था, जिसने रुद्रप्रयाग और गुप्तकाशी के आसपास 25-30 किमी. के दायरे में एक महीने तक पैदल घूम-घूमकर लोगों तक लाखों रुपयों की सहायता पहुचाई थी | इसी प्रकार ओड़िसा, गुजरात आदि की प्राकृतिक आपदाओं में भी सभा यथासामर्थ्य सहायता पहुचाती रही है |
सभा अब नेपाल में आए भूकंप में अपना राहत दल भेजने जा रही है ताकि पीड़ित लोगों तक शीघ्र सहायता पहुचाई जा सके | सभा का आय का मुख्य स्रोत आप लोगों से प्राप्त होने वाला दान ही हैं | अतः सभा का आप सभी दानी महानुभावों से निवेदन है कि अधिक से अधिक राशि इस निमित्त दान दें ताकि भूकंप पीड़ितों की अधिक से अधिक सहायता-सेवा की जा सके | सभा को दिए गया दान आयकर की धारा 80 (G) के तहत कर-मुक्त है | आप अपना सहयोग कार्यालयीन समय में सभा के केसरगंज स्थित कार्यालय में अथवा दिन में किसी भी समय ऋषि उद्यान में जमा करवा सकते हैं |
