अजमेर, 29 अप्रेल। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के सतर्कता दलों द्वारा बिजली चोरी रोकने के लिए की गई प्रभावी कार्यवाही के तहत बुधवार को विभिन्न वृत्तांे के 102 स्थानों पर छापामार कार्यवाही की जाकर कुल 75 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर कुल 11 लाख 11 हजार 916 रूपए का राजस्व वसूली का निर्धारण किया गया।
निगम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) श्री राममूर्ति जोशी ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए 29 अप्रेल को की गई कार्यवाही के तहत बिजली चोरी के सामने आए मामलों में अजमेर वृत्त में 11 स्थानों पर जांच कर 9 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़कर एक लाख 60 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। भीलवाड़ा वृत्त में 10 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर चोरी पकड़कर एक लाख 50 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। जबकि झुंझुनूं वृत्त में 5 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर चोरी पकड़कर 45 हजार 832 रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। सीकर वृत्त में 43 स्थानों पर जांच कर 32 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए 5 लाख 70 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया।
उन्होंने बताया कि प्रतापगढ़ वृत्त में 8 स्थानों पर जांच कर 4 स्थानों पर चोरी पकड़कर 22 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। डूंगरपुर वृत्त में 15 स्थानों पर जांच कर 7 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़कर 84 हजार 84 रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। इसी प्रकार राजसमंद वृत्त में 4 स्थानों पर जांच कर 2 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़कर 20 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया तथा उदयपुर वृत्त में 6 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए 60 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया।
विद्युत थानों द्वारा की गई कार्यवाही:-
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) श्री राममूर्ति जोशी ने बताया कि बुधवार को विद्युत चोरी निरोधक पुलिस थानों में विद्युत चोरांे के खिलाफ कार्यवाही कर 3 प्रकरण दर्ज कर पिछले सहित कुल 16 प्रकरणों का निस्तारण कर 2 लाख 43 हजार 722 रूपए का जुर्माना वसूल किया गया।
उन्होंने बताया कि अजमेर में 2 प्रकरणों का निस्तारण कर 13 हजार 812 रूपए का जुर्माना वसूल किया गया जबकि किशनगढ़ में 4 प्रकरणों का निस्तारण कर एक लाख 46 हजार 6 रूपए का जुर्माना वसूल किया गया। वहीं नागौर में 3 प्रकरणों में 17 हजार 67 रूपए, मकराना में 3 प्र्रकरणों में 30 हजार 932 रूपए, सीकर में एक प्रकरण में 4 हजार 680 रूपए तथा रींगस में 3 प्रकरणों में 12 हजार 625 रूपए की राशि वसूल की गई।