अजमेर, 4 मई। भारतीय बौद्ध महासभा राजस्थान प्रदेश (शाखा), अजमेर के तत्वावधान में ”बुद्ध पूर्णिमा समारोहÓÓ सोमवार, दिनांक 4 मई 2015 को प्र्रात: 9 बजे, चन्द्रबरदाई नगर स्थित राष्ट्र ज्योति सेकण्ड्ररी पब्लिक स्कूल के पास आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि: प्रदेश अध्यक्ष महाउपासक बौद्धाचार्य रामस्वरूप बौद्ध थे और कार्यक्रम की अध्यक्षता: मदन लाल दौलिया ने की।
इस अवसर पर सर्वप्रथम त्रिशरण व पंचशील उपासक, उपासिकाओं को प्रदान की। भगवान बुद्ध व डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर को पुष्प अर्पित करने के बाद प्रदेशाध्यक्ष-बौद्धाचार्य ने भगवान बुद्ध के जीवन -दर्शन और उनके बौद्ध धर्म पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बुद्ध के कर्मवाद का उपदेश ही मनुष्य मात्र के कल्याण के लिये है और उनके बौद्ध धर्म में पंचशील का अधिक महत्व है इसलिये मनुष्य को सत्य निष्ठा के साथ पंचशील का पालन करना चाहिये।
बौद्धाचार्य ने बौद्ध सत्व, भारतरत्न संविधान निर्माता डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर के दलितों व मानव मात्र के लिये किये कार्यों पर प्रकाश डालते हुये कहा कि आज भारत का उत्थान ”भारत के संविधानÓÓ के कारण हो रहा है, चंूकि सभी धर्मों व उनके मानने वालों के लिये ”मौलिक अधिकारÓÓ प्र्रदान किये जिसके अनुसार वे अपना जीवन सुख पूर्वक व अपने विचार रख सकते हैं। आगे कहा कि उस समय भारत में बौद्धों की जनसंख्या लगभग आठ करोड़ थी और वर्तमान में यह संख्या निरन्तर संख्या बढ़ती ही जा रही है।
इस अवसर पर इतवारी लाल सारवान, जगदीश बैरवा, जसवन्त सिंह, जगन सिंह महावर, सुशिल खाण्डेकर, मगन लाल मौर्य, आदि ने अपने विचार रखे। अध्यक्षता करते हुये मदन लाल दौलिया ने कहा कि भगवान बुद्ध के बताये मार्ग पर चलना चाहिये।
कार्यक्रम के अन्त में अध्यक्ष व संचालक ने सभी आगुन्तकों का आभार जताया। सभा का संचालन सिदार्थ बौद्ध ने किया।
मदन लाल दौलिया
शाखा अध्यक्ष
