-मनोज सारस्वत– अरांई। सरकारी नौकरियों के लिए विभागों द्वारा अपनाई जा रही भर्ती प्रक्रिया मेंं लापरवाही का नजारा मण्डावरिया में देखने को मिला। इस दौरान केन्द्रीय औधोगिक सुरक्षा बल द्वारा अभ्यर्थी को फिजीकल परीक्षा का कालेटर परीक्षा निकलने के बाद हाथ में डाकिया द्वारा थमाया गया। वहीं डाक खोलकर पढने के बाद छात्र को मानसिक पीडा उठानी पडी। प्राप्त जानकारी के अनुसार मण्डावरिया निवासी रामजीलाल पुत्र किशनलाल जाट ने केन्द्रीय औधोगिक सुरक्षा बल की आरक्षक पद हेतू आवेदन किया था। इस दौरान केन्द्रीय औधोगिक सुरक्षा विभाग द्वारा भेजी गई परीक्षा की सूचना प्रार्थी को रजिस्टर्ड डाक से ९ मई को प्रात: १० बजे मिली। जबकि केन्द्रीय विभाग द्वारा आयोजित परीक्षा की प्रस्तावित तारीक ९ मई को सुबह ६ बजे शुरू होनी थी। मामले में अभ्यर्थी सहित परिजनों ने रोष जताया। साथ ही जिला कलक्टर व मुख्य डाकपाल प्रबन्धक को ज्ञापन भेज कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। पीडित ने बताया कि मण्डावरिया डाकघर के कार्मिक द्वारा इस सम्बन्ध मेें सूचना चाही गयी तो संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया।
कार्मिकों ने नोटिस लेने से किया इन्कार
अपनी मांगों को लेकर हडताल पर चल रहे अरांई पंचायत समिति के नरेगा कार्मिकों को मुख्य कार्यक्रम अधिकारी द्वारा नोटिस थमाये गये। इस दौरान कनिष्ठ तकनीकि सहायक, सहायक कार्यक्रम अधिकारी, लेखाकार आदि ने नोटिस लेने से इन्कार कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला परषिद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा नोटिस दिये गये जिसमें नरेगा कार्मिकों द्वारा अपने कर्तव्यों से अप्राधिकृ त रूप से स्वेच्छा पूर्वक ७ दिवस से अधिक अवधि से अनुपस्थित रहने के परिणामस्वरूप संविदा सेवाए समाप्त करने की चेतावनी दी गई। अधिकारियों द्वारा कार्मिकोंं को जल्द काम पर लौटने के लिए भी निर्देशित किया गया। मालूम हो कि अपनी मंागों को लेकर नरेगा कार्मिक हडताल पर है इस कारण नरेगा योजना के अन्तगर्त क्षेत्र में व्यवस्थायें गडबडाई हुई है।
तीन दिन से अंधेरे में डूबा है शंकरपुरा
समीपवर्ती ग्राम शंकरपुरा तीन दिन से लाईन नहीं आने के कारण अधेरें में रहना पड रहा है। वहीं तेज गर्मी के कारण विद्युत नहीं आने के कारण ग्रामीणों में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के प्रति रोष व्याप्त है। शंकरपुरा निवासी कैलाश नाथ, करणनाथ, महावीरनाथ, शैरानाथ आदि ग्रामीणों ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद शंकरपुरा में पिछले तीन दिन से तकनीकि खामी के कारण लाईट नहीं आ रही है। इसके चलते गर्मी के मौसम में ग्रामीणा के हाल बेहाल है। मामले को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।