जिला परिषद के सी ई ओ अपने ही आदेश को लेकर फंस गये है पीछले दिनों सी ई ओ ने जिला प्रमूख की गाङी सै लाल बती हटाने के आदेश जारी करने के दिये थे ईस पर जिलै भर मे यह चॅचा है कि सी ई ओ को लाल बती हटाने की याद आभी ही क्यों आई यह आदेश तो 2012 के है तथा जिला प्रमुख को तो विरासत मे यह गाङी मिली स्वयं सी ई ओ ने ही लाल बती लगाई हूई गाङी जिला प्रमुख को सोपी फिर जिला प्रमुख की क्या गलती समाचार पञो मे जान बूझकर समाचार प्रकाशित करवाए जा रहे है पूवॅ के सभी जिला प्रमुख ने लाल बती लगी गाङी का ऊपयोग किया था ऊस समय भी सी ई ओ यही थे ऊस समय क्या नियमों की जानकारी नही थी या फिर ऊस समय ङर लगता था नियम तो ऊस समय भी था जान बूझकर जिला प्रमुख को बदनाम करने की कोशिश की जा रही जिला प्रमुखने अपनी गाङी से लाल बती हटा कर आदॅश ऊदाहरण पेश कर दिया परन्तू जिले मे जो अघिकारी ओर नेता गलत नियमों से लाल बती लगा कर घूम रहे है क्या वह जिला प्रमुखसे सीख लेकर अपनी गाङीयो से लाल बती हटायगे ओरो की लाल बती किसी को नजर नही ऑ रही है बस किसी प्रकार।सेजिला प्रमुख को ङरा कर ऊसे अपनी कठपुतली बनाने की योजना लगा रहे है पर जनता सब जानती प्रमुख ने जिस प्रकार से साघारण सभा का सॅचालन कर अपनी समझदारी का परिचय दिया ऊस से विरोधी धबरा गये ओर वह जिला प्रमुख का होसला तोङने के लिये ऐसे हथकङे अपना रहे है जिस मे मीङिया का ऊपयोग किया जा रहा है जिला प्रमुख ने कहा की नियम तो सी ई ओ बताता है तथा स्वयं सी ई ओ ने ही तो लाल बती की गाङी ऊनेह। सोफी है पूवॅ के सभी जिला प्रमुख ईस गाङी का प्र योग कर रहे थे जब नियम कहा ग या
ऑथात जान बूझकर। चाले चली जा रही है की कसी भी तरह से जिला प्रमुख हमारे आधिन हो जायो यह तो खिसीयानी बिल्ली खभा नोचे वाली बात हो गई क्या जिला प्रमुख नोगिया का अनूशरण करेंगे हटायेगे अपनी भी लाल बती
Sanjay parashar