जिले के प्रभारी एवं शिक्षा मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने ली समीक्षा बैठक
चिकित्सालय में सफाई, निर्माण एवं अन्य व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश

अजमेर 16 मई। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने शनिवार को जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में विभिन्न व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने चिकित्सालय में काॅर्डियोथोरेसिक वार्ड की सेवाएं एवं बाईपास सर्जरी जैसी सुविधाएं शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। प्रो. देवनानी ने चिकित्सालय एवं मेडिकल काॅलेज में सफाई व्यवस्था में सुधार, लम्बित निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करने एवं मरीज व उनके परिजनों को राहत देने के निर्देश दिए।
जिले के प्रभारी एवं शिक्षा मंत्राी प्रो.देवनानी ने शनिवार को जवाहरलाल नेहरू मेडिकल काॅलेज में चिकित्सा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अजमेर का जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल हैं। यहां पूरे संभाग से आने वाले मरीज एवं उनके परिजन बड़ी उम्मीदें लेकर आते हंै। उन्हें बेहतर चिकित्सा एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारा दायित्व है।
प्रो. देवनानी ने चिकित्सा प्रशासन को निर्देश दिए कि चिकित्सालय में कार्डियोथोरेसिक वार्ड का कार्य शीघ्र प्रारम्भ किया जाए ताकि यहां आने वाले मरीजों को बाईपास सर्जरी जैसी सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने उच्च अधिकारियों से बात कर बताया कि यहां बाईपास सर्जरी की सुविधा जल्द उपलब्ध होगी।
प्रो. देवनानी ने चिकित्सालय में यहां-वहां व्याप्त गंदगी तथा लीकेज आदि की समस्या पर नाराजगी जतायी। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए कि चिकित्सालय में सफाईकर्मियों की संख्या बढ़ाकर 75 कर दी जाए ताकि व्यवस्था में सुधार हो। साथ ही चिकित्सक, वार्ड का स्टाफ एवं व्यवस्था बनाने के लिए लगाए गए होमगार्ड भी लोगों को प्रेरित करे कि वे सफाई बनाएं रखने में मदद करे।
उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा निर्देशों के बावजूद अब तक चिकित्सालय के शौचालयों की मरम्मत एवं लीकेज बन्द करने का कार्य पूरा नही करने को भी गम्भीरता से लिया। विभाग को निर्देश दिए गए कि आगामी तीन माह में यह कार्य पूरा कर लिया जाए। साथ ही शेष कार्यों को भी जल्द पूरा किया जाए।
शिक्षा मंत्राी ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को कहा कि बारिश से पूर्व अस्पताल में छत टपकने जैसी समस्या का निस्तारण कर लिया जाए। चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि मौसमी बीमारियों को ध्यान में रखते हुए दवाओं का प्रर्याप्त इंतजाम रखा जाए।
उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में 100 पंखे एवं 50 कूलर शीघ्र लगाा दिए जाऐंगे। साथ ही खराब पड़े एयरकंडीशनर भी शीघ्र सुधरवाकर वार्डों में लगवा दिए जाएंगे। चिकित्सालय में 4.5 करोड़ रूपए के विकास कार्य भी करवाएं जाएंगे।
प्रो. देवनानी ने जनाना अस्पताल, नर्सिंग स्कूल एवं नर्सिंग काॅलेज की भी समस्याओं की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि नर्सिंग स्कूल व काॅलेज से संबंधित समस्याओं का शीघ्र निराकरण किया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को जयपुर बुलवाया गया है। वहां चिकित्सा मंत्राी से मुलाकात कर समस्याओं का समाधान करवाया जाएगा।
प्रो. देवनानी ने निर्देश दिए कि आपातकालीन चिकित्सा यूनिट में हमेशा मरीजों का आना-जाना लगा रहता है लिहाजा एक वरिष्ठ चिकित्सक की ड्यूटी यूनिट में लगायी जाए। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू काॅलेज एवं चिकित्सालय में करवाए जाने वाले विकास कार्यों की प्लानिंग एवं तैयारी समय से पूर्व ही कर के रख ली जाए ताकि बजट आते ही काम शुरू हो जाए।
उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में आने वाले मरीजों के परिजनों के लिए रैन बसेरा का प्रस्ताव भी मान लिया गया है। इसका कार्य शीघ्र शुरू करवाया जाएगा। उन्होंने चिकित्सालय में बन्द पड़े एवं नाकारा घोषित हो चुके चिकित्सा उपकरणों की भी जानकारी ली। बैठक में मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. के.सी.अग्रवाल एवं अस्पताल अधीक्षक डाॅ. पी.सी.वर्मा सहित अन्य चिकित्सक व अधिकारी उपस्थित थे।