
अजमेर 19 मई। अजमेर जिले के नसीराबाद उपखण्ड की न्यारा ग्राम पंचायत में मंगलवार को आयोजित न्याय आपके द्वार शिविर में 60 से अधिक वर्ष की सोहनी व उसकी तीन संतान को उनकी जमीन का हक मिला और राजस्व रेकार्ड में आज मजमे आम में लगभग बीस बीघा जमीन इनके खाते में चढ़ायी गई। शिविर में ही नामान्तरकरण तस्दीक किया गया।
न्यारा में 15 मई से गांव की चौपाल पर जमाबंदी पढ़कर सुनायी गई तो एक मामले में जमीन सुरजा उर्फ सूरजमल पुत्र हीरा भांबी के नाम चढ़ी हुई बतायी गई । ग्रामीणों ने बताया कि सुरजा की मौत जनवरी 1996 में ही हो चुकी है और उसके एक मात्र पुत्र रामदेव की मृत्यु भी उससे पहले मई 1995 में हो चुकी है। इस परिवार में अब रामदेव की पत्नी सोहनी और उसके दो पुत्र व एक पुत्री है। जिनके नाम जमीन इन्द्राज करनी चाहिए।
न्याय आपके द्वार शिविर में आज आयोजित शिविर में सोहनी पत्नी रामदेव तथा गणेश व कालूराम पुत्र रामदेव एवं ग्यारसी पुत्री रामदेव ने उपखण्ड अधिकारी नसीराबाद जयप्रकाश को प्रार्थना पत्र देकर सुरजा पुत्र हीरा भांबी की जमीन जो की लगभग बीस बीघा है उनके नाम करने का अनुरोध किया। सभी की सहमति और सरपंच और ग्रामवासियों की रजामंदी पर यह जमीन 19 वर्ष बाद सोहनी, गणेश, कालूराम व ग्यारसी के नाम राजस्व रेकार्ड में दर्ज कर ली गई और नामान्तरकरण खोला गया।
बैवा सोहनी ने शिविर में मजमेआम में कहा कि उनके ससुर व पति की मौत के बाद आज 19-20 वर्षों बाद उसे व उसके परिवार को जमीन का हक मिला है। उसने शिविर के पर्यवेक्षण अधिकारी व जिला रसद अधिकारी श्री सुरेश सिंधी एवं सरपंच श्रीमती सीमा गुर्जर को हाथ जोड़कर धन्यवाद दिया।