सीवरेज लाइन में दम घुटने से पुष्कर में तीन युवकों की दर्दनाक मौत

pushkar hospitalअजमेर विकास प्राधिकरण की घोर लापरवाही की वजह से 13 जुलाई को तीर्थ नगरी पुष्कर में सीवरेज लाइन में दम घुटने से तीन युवकों की दर्दनाक मौत हो गई। मरने वाले दो युवक कानसिंह और नेमाराम उन्हीं के रावत समुदाय के हैं, जबकि एक युवक वाल्मिकी समुदाय का है। तीनों युवकों की मौत तब हुई, जब सीवरेज लाइन को ठीक करने के लिए वे चेम्बर में उतरे थे। कायदे से इस मौके पर प्राधिकरण के इंजीनियरों को उपस्थित रहना चाहिए था, लेकिन प्राधिकरण तो अपने ठेकेदार शुभकरण चौधरी को काम बताकर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो गया। प्राधिकरण की आयुक्त श्रीमती स्नेहलता पंवार को तो यह भी जानकारी नहीं कि किन परिस्थितियों में तीन युवकों की मौत हुई है। पंवार का कहना है कि अब इस मामले की जांच करवाई जाएगी। असल में सीवरेज लाइन की सफाई का काम इंजीनियरों की उपस्थिति में अनुभवी कर्मचारियों के द्वारा किया जाना चाहिए था, लेकिन इस नियम की पालना नहीं की गई। सवाल उठता है कि आखिर इन तीन युवकों की दर्दनाक मौत का जिम्मेदार कौन होगा? क्या प्राधिकरण के उन अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होनी चाहिए जिन्होंने सिर्फ ठेकेदार के भरोसे तीन अनुभवहीन युवकों को सीवरेज लाइन में उतार दिया? जानकारी के अनुसार सीवरेज लाइन में उतरने से पहले आसपास के सभी चेम्बरों को खोला जाना चाहिए ताकि जहरीली गैस बाहर निकल जाए, लेकिन 13 जुलाई को तीनों युवक सिर्फ एक चेम्बर को खोलकर ही नीचे उतर गए।

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